क्राइम ब्रांच के अनुसार करीब दो महीने पहले वांटेड आरोपी असरफ सैयद के साथ ये सभी आरोपी महाराष्ट्र से अलग-अलग दो बाइक लेकर अहमदाबाद में शाहआलम दरगाह में दर्शन के लिए आए थे। दर्शन कर शाम को इन्होंने कांकरिया अणुव्रत सर्कल के पास करीब पांच बजे एक व्यक्ति को मोटर साइकिल पर थैला लेकर जाते हुए देखा तो रोका और खुद की पहचान क्राइम ब्रांच कर्मचारी के रूप में देकर चैकिंग की। जांच के दौरान उसमें सोने के आभूषण मिलने पर उससे बिल मांगा। उसने बिल नहीं होने की बात कही और शेठ को फोन करने के लिए कहा तो उससे बैग लेकर थाने आने की बात कहकर फरार हो गए थे। इस मामले में कागडापीठ थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है। पकड़े गए आरोपियों में शरताजहुसैन इससे पहले 2017 में नारणपुरा थाने में पकड़ा जा चुका है।
क्राइम ब्रांच के अनुसार इस गिरोह के सदस्य जहां भी जाते हैं वहां पर खुद की पहचान क्राइम ब्रांच कर्मचारी के रूप में देते हुए सामान की जांच शुरू करते हैं। कीमती सामान मिलने पर उसकी लूट कर फरार हो जाते हैं।