शहर पुलिस आयुक्त जीएस मलिक की अगुवाई में एक जेसीपी, एक एडिशनल सीपी, छह डीसीपी और 3000 पुलिस कर्मचारियों के कड़े पहरे में अतिक्रमण हटाने का सिलसिला मंगलवार सुबह सात बजे से शुरू हुआ। एसआरपीएफ की भी 25 कंपनी तैनात की गई थी। ड्रोन के जरिए आसमान से भी चप्पे-चप्पे पर नजर रखी गई।
अहमदाबाद महानगर पालिका ने बताया कि दक्षिण जोन के तहत आने वाले चंडोला तालाब में अतिक्रमण कर अवैध रूप से बनाए गए कच्चे-पक्के मकानों को हटाने के लिए दूसरे चरण की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू की गई। मनपा ने सभी सात जोन के एस्टेट विभाग की 50 टीमें ने गठित कीं। इनमें 350 कर्मचारी शामिल थे, जिसमें अन्य विभाग के कर्मचारियों को भी शामिल किया गया था।
मनपा की इन टीमों ने 35 हिटाची मशीन, 15 जेसीबी मशीन, डंपर व अन्य वाहनों की मदद से 8500 कच्चे-पक्के मकानों को दूर करने की प्रक्रिया सुबह सात बजे से शुरू की। शाम पांच बजे तक इन मकानों को तोड़ने का कार्य जारी रहा। इस अवधि में 2.50 लाख वर्ग मीटर तालाब की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने में सफलता मिली।
तालाब को किया जाएगा गहरा, बनाई जाएगी रेलिंग
मनपा ने कहा कि दूसरे चरण के तहत तोड़े गए अतिक्रमणों के मलबे को हटाने का कार्य शुरू होगा। मलबा हटाने के बाद तालाब को गहरा करने का कार्य भी किया जाएगा। यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद तालाब के चारों ओर ग्रिल (रेलिंग) बनाई जाएगी। उसके बाद तालाब को विकसित करने के प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू होगा। इसके लिए तालाब के क्षेत्र को चिन्हित करने की प्रक्रिया भी शुरू है।