आरोपी की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच में पता चला कि आरोपी बीते 12 सालों से एचआईवी ग्रस्त है। यह बात उसे खुद को मालूम होते हुए भी उसने किशोरी के अलावा बीते 12 सालों में छह अन्य महिलाओं और युवतियों से शारीरिक संबंध बनाए। ऐसे में इनको भी एचआईवी का संक्रमण लगने की आशंका है। इसकी जांच की जा रही है।
पीडि़त किशोरी के पिता के पास करता था व्यवसाय
जांच में सामने आया कि आरोपी पीडि़त किशोरी के पिता के पास ही व्यवसाय करता था। पहले आरोपी ने पीडि़त किशोरी के पिता और परिजनों से परिचय बढ़ाया। घर आने जाने लगा और किशोरी को प्रेम जाल में फंसा लिया। इस बीच किशोरी 22 मार्च 2024 को शाहीबाग में एक सामाजिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आई। उसी समय यह उसे लेकर फरार हो गया।
कई शहरों में रिश्तेदारों के यहां रुका
जांच में सामने आया कि आरोपी शाहीबाग से किशोरी को लेकर बारेजा इलाके में गया। यहां इसने किराए पर कमरा ले रखा था। काफी दिनों तक किशोरी को यहां रखा। इसकी मां और भाई सुबह-शाम आरोपी और किशोरी को खाना पहुंचाते थे और बाहर से कमरे में ताला लगा देते थे, जिससे किसी को पता नहीं चले कि यहां कोई रहता है। वकील ने इसे सलाह दी कि जब तक किशोरी बालिग नहीं हो जाती है, तब तक यह उसे लेकर फरार हो जाए। इस पर आरोपी पीडि़त किशोरी को लेकर सूरत, औरंगाबाद, बीड, हैदराबाद, नागपुर, बिलासपुर, बैकुलपूठ छत्तीसगढ़ ले गया। जहां अंबिकापुर में यह चाचा के यहां रुका। उसके बाद बुआ के बेटे की ओर से आरोपी को मध्यप्रदेश के बिजौरी के कोतामा में किराए पर मकान दिलाया था। यहां पर आरोपी किशोरी के साथ रहता था। यहीं से इसे पकड़ लिया और किशोरी को मुक्त करा लिया। किशोरी की स्वास्थ्य जांच कराई जा रही है।