एसओजी के अनुसार गर्भपात करने का यह अवैध कामकाज पनामा गेस्ट हाऊस में चल रहा था। सूचना मिली थी कि गेस्ट हाउस के 105 नंबर रूम में धोलका कलिकुंड स्थित शांतिनगर निवासी हेमलता दर्जी नाम की महिला गर्भवती महिलाओं का अवैध रूप से गर्भपात करती है। अभी भी काम जारी है।
ऐसे में बावला तहसील हेल्थ ऑफिसर डॉ. राकेश मेहता और बावला अर्बन हेल्थ सेंटर की मेडिकल ऑफिसर डॉ. अंकिता रबारी की टीम को साथ में रखकर गेस्ट हाउस में दबिश दी। वहां गर्भपात के बाद निकाला भ्रूण भी मिला। हेमलता दर्जी के अलावा तीन ऐसी महिलाएं भी मिलीं, जो गर्भपात कराने पहुंची थीं। एक महिला का गर्भपात हो गया था। यह महिला वडोदरा के पादरा की बताई जा रही है। आशंका है कि गर्भ में लड़की होने की आशंका में गर्भपात कराया। इनको पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। हेमलता की मदद करने वाली महिलाओं पर भी पुलिस कार्रवाई करेगी।
मेडिकल प्रेक्टिस की डिग्री नहीं
पुलिस के अनुसार हेमलता दर्जी के पास गर्भपात करने के लिए मेडिकल प्रेक्टिस की कोई वैध डिग्री नहीं है। वह डिग्री के बिना ही गर्भवती महिलाओं की जिंदगी को खतरे में डालकर आर्थिक रूप से फायदा उठाने के लिए गर्भपात करती थी। उसने पुलिस को बताया कि उसने नर्सिंग का कोर्स किया है। धोलका के संतोकबा हॉस्पिटल में डॉक्टर के साथ काम किया है, जिससे वह गर्भपात की पद्धति से वाकिफ है। ऐसे में उसने आर्थिक फायदे के लिए अवैध रूप से गर्भपात करने का काम शुरू किया। इसके लिए पनामा गेस्ट हाउस में उसने किराए पर रूम ले रखा था।