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Ahmedabad: अहमदाबाद में भारत का पहला कूल बस स्टैंड, आसपास का तापमान सात डिग्री तक कम

लाल दरवाजा के एएमटीएस बस अड्डे पर आरंभ, हीट एक्शन प्लान के तहत हाई प्रेशर मिस्ट सिस्टम के जरिए अनूठी तकनीक

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Ahmedabad lal darwaja AMTS bus Station

अहमदाबाद शहर के लाल दरवाजा स्थित एएमटीएस के बस अड्डे पर भारत का पहला कूल बस स्टैंड तैयार किया गया है। इसके लिए हाई प्रेशर मिस्ट सिस्टम तकनीक को अपनाया गया है। इस तकनीक से बस स्टैंड के आसपास का तापमान भी छह से सात डिग्री तक कम हो सकेगा।महानगरपालिका के एएमटीएस व महिला हाउसिंग ट्रस्ट (एमएचटी) के संयुक्त तत्वावधान में तैयार इस बस स्टैंड का महापौर प्रतिभा जैन ने लोकार्पण किया। एएमटीएस के लाल दरवाजा बस स्टैंड के टर्मिनस प्लेटफार्म संख्या 7 एवं 8 को कूल बस स्टैंड बनाया गया है। यह यात्रियों को गर्मी से राहत देगा। बस की प्रतीक्षा के दौरान सवारियों को ठंडक मिलेगी। हीट एक्शन प्लान के तहत भीषण गर्मी से राहत पाने के उद्देश्य से यह पहल शुरू की गई है।

इस अवसर पर महापौर जैन ने कहा कि कूलिंग बस स्टैंड का ऐसी जगह पर चयन किया गया है जहां प्रतिदिन 3000 से अधिक यात्रीगण पहुंचते हैं। इनमें खासकर विद्यार्थी, मजदूर व अन्य लोग होते हैं। प्लेटफार्म सं. 7 और 8 पूर्व की दिशा में होने के कारण यहां दिन में अधिकांश समय में कड़ी धूप का सामना करना होता है। इस समस्या के हल के रूप में यह तकनीक अपनाई गई। किसी बस स्टैंड पर यह तकनीक भारत में पहली बार अपनाने का भी दावा किया गया है।

कूल बस स्टैंड की मुख्य विशेषताएं

महिला हाउसिंग ट्रस्ट की प्रोग्राम मैनेजर दीपिका वडगामा ने बताया कि बिजली की दो मोटर से हाई प्रेशर मिस्ट सिस्टम कार्य करता है। पानी की सूक्ष्म बूंदों के उपयोग से यहां ठंडक बनी रहेगी। इसके लिए दोनों प्लेटफार्म पर चार पाइप लाइन का जाल बनाया गया है जिसमें 44 मीटर लंबी पाइप लाइन का उपयोग किया गया है। जगह-जगह पानी की छोटी-छोटी बूंदों के फव्वारे होने से बस स्टैंड व आसपास तापमान कम रहेगा। यह एयरकंडीशन की तरह होगा, हालांकि बिजली का उपयोग कम होगा। कार्बन उत्सर्जन को भी कम किया जा सकेगा। पूरे सिस्टम को स्वचालित और स्मार्ट सुविधाओं के साथ जोड़ा गया है। इसमें टाइमर पेनल लगाया गया है जिससे पानी और बिजली की बचत भी होगी। इससे धूल और प्रदूषण में भी कमी आएगी। इन दोनों प्लेटफार्म के ऊपरी भाग में घास के बने पर्दे लगाए गए हैं। यह पूरी प्रक्रिया जमीन को गीली किए बिना हो सकेगी।