Ahmedabad police file chargesheet in ISKCON bridge accident -हादसे के 8वें दिन हुई चार्जशीट, एफएसएल, आरटीओ, मनपा की रिपोर्ट के साथ-साथ अनुषांगिक सबूत, शहर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) की अगुवाई में गठित समिति कर रही है जांच, हादसे में 9 लोगों की हुई थी मौत, -घटना के 8 वें दिन ही आरोप-पत्र किया पेश, 9 लोगों की हुई है मौत, मृतकों में दो पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड जवान भी शामिल, अन्य 13 लोग हुए थे घायल
Ahmedabad. शहर के इस्कॉन ब्रिज पर गत दिनों हुए दर्दनाक हादसे के मामले में शहर पुलिस ने गुरुवार को आरोपी तथ्य पटेल के विरुद्ध मिर्जापुर स्थित ग्राम्य कोर्ट में आरोप-पत्र पेश कर दिया। इस मामले में पुलिस ने घटना के आठवें दिन ही 1684 पेज का आरोप-पत्र पेश किया है। इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई थी वहीं 13 अन्य घायल हुए थे। मृतकों में दो पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड जवान भी शामिल है।
शहर के प्रभारी पुलिस आयुक्त प्रेमवीर सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपी तथ्य पटेल के विरुद्ध पुख्ता सबूत हैं। इस हादसे की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर ट्रैफिक एन एन चौधरी की अगुवाई में स्पेशल जांच टीम गठित की थी। इसमें एक डीसीपी, एक एसीपी, 6 पीआई शामिल थे।8 गवाहों के दर्ज किए बयान
उन्होंने बताया कि इस मामले में करीब 1700 पेज का आरोप पत्र पेश किया गया है। इसके तहत सभी जरूरी वैज्ञानिक, अनुषांगिक सबूत इकट्ठे किए हैं। 188 गवाहों की जांच की है। वहीं आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के तहत 8 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं।
ओवर स्पीड में थी कार
सिंह ने बताया कि इस्कॉन ब्रिज पर एफएसएल, मनपा की टीम व एक्सपर्ट के जरिए की गई जांच की रिपोर्ट में विजिबिलिटी उचित पाई गई है। कार की आरटीओ की ओर से फिटनेस जांच कराई है। साथ ही कार में आरोपी के साथ बैठे उसके दोस्तों के बयान लिए हैं। कार कंपनी की ईडीआर सिस्टम रिपोर्ट भी ली है, उसमें भी कार के ओवर स्पीड में होने की बात सामने आई है। चश्मदीद गवाह की ओर से रिकॉर्ड वीडियो की एफएसएल जांच रिपोर्ट में भी कार के ओवर स्पीड होने की बात सामने आई है। आरोपपत्र में यह कहा गया कि आरोपी तथ्य की तेज गति से और लापरवाही पूर्वक कार चलाने की आदत है। इस हादसे से पहले उसकी ओर से की गई दुर्घटनाओं का ब्यौरा भी है।
तथ्य ही चला रहा था कार, डीएनए रिपोर्ट पॉजिटिव
प्रभारी पुलिस कमिश्नर सिंह ने बताया कि घटना के समय कार आरोपी तथ्य पटेल ही चला रहा था। यह सुनिश्चित करने के लिए आरोपी का डीएनए टेस्ट किया गया जो पॉजिटिव आया है। पुलिस ने घटना के 3 घंटे बाद ही आरोपीका ब्लड सैंपल डीएनए व अन्य रिपोर्ट के लिए अस्पताल से ले लिया था।
पुलिस को हॉस्पिटल ने दी थी सूचना:
प्रभारी सीपीप्रभारी सीपी ने बताया कि इस हादसे की सूचना अस्पताल के जरिए पुलिस को मिली थी। उन्होंने आरोपी तथ्य पटेल के पिता प्रज्ञेश पटेल की ओर से पुलिस को सूचना दिए जाने की बात से इनकार किया है।
अहम सबूत को नष्ट होने से पहले जुटाना थी चुनौती
सिंह ने बताया कि आरोपी की कार की टक्कर से 22 लोग जख्मी हुए थे जिसमें 9 की मौत हो गई। आरोपी को पकड़ना चुनौती थी। उसके हॉस्पिटल में भर्ती होने का पता चलने पर वहां सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए ताकि वह भागे नहीं। महत्वपूर्ण सबूत नष्ट न हों और उनसे छेड़छाड़ न होने को सुनिश्चित करके समय पर एकत्र कर जांच के लिए एफएसएल भेजना चुनौती थी। कार ओवर स्पीड में थी, यह साबित करना भी चुनौती थी। लेकिन जांच कर इस संबंध में मजबूत सबूत पेश किए हैं। उन्होंने कहा कि इस एक्सीडेंट से पहले ब्रिज पर हुए एक अन्य एक्सीडेंट के मामले में कार के नाबालिग चालक और उसके पिता दोनों के विरुद्ध अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।
मृतकों के पीएम नोट, 25 पंचनामे पेश
इस मामले के विशेष लोक अभियोजक प्रवीण त्रिवेदी ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने इस मामले में 1684 पेज का आरोप पत्र पेश किया है। इसमें 15 दस्तावेजी सबूत हैं। 9 मृतकों की पोस्टमार्टम नोट और 25 पंचनामे हैं।