Ahmedabad News स्कूली छात्राओं से सीएए के समर्थन में पीएम के नाम पोस्टकार्ड लिखवाने पर विरोध
अहमदाबादPublished: Jan 09, 2020 05:38:29 pm
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Ahmedabad News स्कूली छात्राओं से सीएए के समर्थन में पीएम के नाम पोस्टकार्ड लिखवाने पर विरोध
अहमदाबाद. नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के समर्थन में अहमदाबाद शहर के एक स्कूल में छात्राओं से सीएए के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पोस्टकार्ड लिखवाने पर विवाद हो गया है। स्कूल प्रबंधन की ओर से पोस्टकार्ड लिखवाए जाने का पता चलने पर अभिभावकों ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। बुधवार को स्कूल पहुंचकर विरोध किया, जिस पर स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों से माफी मांगी और लिखवाए गए पोस्टकार्ड वापस अभिभावकों को सौंपे, जिन्हें भिभावकों ने फाड़ दिया।
यह पोस्टकार्ड अहमदाबाद शहर के कांकरिया इलाके में स्थित लिटल स्टार स्कूल में कक्षा पांचवीं से 10वीं की छात्राओं से मंगलवार को लिखवाए गए थे। इसकी सूचना मिलने पर अभिभावकों ने बुधवार को स्कूल पहुंचकर विरोध किया। यह स्कूल गुजरात माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (जीएसईबी) से संबद्ध है। नर्सरी से लेकर दसवीं कक्षा तक का स्कूल है, जो सिर्फ छात्राओं के लिए है। इसमें करीब 11 सौ से 12 सौ छात्राएं पढ़ती हैं।
स्कूल में पढऩे वाली 10वीं कक्षा की एक छात्रा के परिजन ने स्कूल प्रबंधन पर जबरन सीएए के समर्थन में छात्रा से पीएम के नाम पोस्टकार्ड लिखवाने का आरोप लगाया। नहीं लिखने वालीं छात्राओं को इंटरनल परीक्षा में अंक भी कम देने की धमकी दी थी। जिससे छात्राओं ने पोस्टकार्ड लिख दिए। इसकी सूचना घर पर दी। अभिभावकों को विश्वास में लिए बिना पत्र लिखवाना और डराना धमकाना बिल्कुल जायज नहीं है। इस मामले में तो छात्रा को मालूम भी नहीं है कि सीएए क्या है और उस पर छात्रा और छात्रा के परिजनों के भी सहमत होने की बात जबरन लिखाई गई थी।
एक छात्रा के परिजन का कहना था कि इसका हमने विरोध किया। मिलकर कुछ अभिभावक बुधवार को स्कूल पहुंचे थे। जहां पर ट्रस्टी जिग्नेश पारासम ने इस मामले में स्टाफ के कर्मचारियों की ओर से पोस्टकार्ड लिखवाए जाने की बात स्वीकार करते हुए सभी अभिभावकों से माफी मांगी। जो पोस्टकार्ड लिखवाए गए थे वे अभिभावकों की मांग पर वापस सौंपे, जिन्हें अभिभावकों ने फाड़ दिया। अब छात्राओं की शिक्षा के मुद्दे को देखते हुए और स्कूल प्रबंधन के माफी मांगने को देखते हुए इस मुद्दे को वे आगे नहीं ले जाना चाहते हैं।
इस मामले में स्कूल की प्राचार्या ए नायर से जब पूछा तो उन्होंने यह कहते हुए कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया कि इस मामले में कोई भी जवाब देने के लिए वे अधिकृत नहीं हैं। जो भी जवाब देंगे वह स्कूल के ट्रस्टी देंगे। ट्रस्टी का नंबर मांगने और बातचीत कराने के लिए कहने पर उन्होंने नंबर देने से इनकार कर दिया और कहा कि वे फिलहाल दो दिनों तक बाहर हैं।