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Ahmedabad: डिजिटल अरेस्ट कर 8 करोड़ ठगने वाले तीन गिरफ्तार

-क्राइम ब्रांच की टीम ने अहमदाबाद, मुंबई से पकड़ा, 32 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, दो स्वाइप मशीन, 21 क्रेडिट व डेबिट कार्ड किए जब्त

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Digital arrest

Ahmedabad. मुंबई क्राइम ब्रांच और ईडी कर्मी की फर्जी पहचान देकर सीनियर सिटीजन को डिजिटल अरेस्ट करके 8 करोड़ ठगने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। इनसे 32 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, दो स्वाइप मशीन, 21 क्रेडिट व डेबिट कार्ड किए जब्त हैं।

पकड़े गए आरोपियों में पप्पू सिंह परिहार (41) मूलरूप से राजस्थान के पाली जिले की सोजत तहसील के चारवास गांव हाल अहमदाबाद में नारोल निवासी है। आसिफ शाह उर्फ भदो पठान (35) अमरेली जिले के लाठी गांव का निवासी है। विकास उर्फ मुरारी सिंह (34) मूलरूप से उत्तरप्रदेश का है हाल महाराष्ट्र मुंबई वसई ईस्ट निवासी है।

मनी लॉन्डरिंग केस में लिप्तता के नाम पर धमकाया

क्राइम ब्रांच के तहत अहमदाबाद पालडी निवासी सीनियर सिटीजन को 28 जुलाई से 12 अगस्त तक क्राइम ब्रांच मुंबई लिखे मोबाइल नंबर से आरोपियों ने वॉट्सएप कॉल किया। खुद को ईडी मुंबई का कर्मी बताया। सीनियर सिटीजन से कहा कि नरेश गोयल जेट एयरवेज स्केम मनी लॉन्डरिंग केस की जांच में पता चलाकि केनरा बैंक खाते में जमा पांच लाख में आपकी लिप्तता है। जांच में सहयोग न करने पर कोर्ट से 40 दिन की कस्टडी रिमांड लेकर गिरफ्तार किया जाएगा। यह बात किसी को नहीं बताने के लिए कहा। सहयोग करने पर वीडियो कॉल से कोर्ट में पेश करने की बात कही।

आरटीजीएस से सात बार में 8 करोड़ करा लिए ट्रांसफर

आरोपियों ने सीनियर सिटीजन को केनरा बैंक का उनका फर्जी डेबिट कार्ड भेजा, सुप्रीमकोर्ट का फर्जी लेटर भेजकर कोर्ट में केस चालू होने की बात कहते हुए उनके डीमेट अकाउंट में जमा शेयर की जानकारी ली। फिर शेयरों को जबरन बेचने को मजबूर किया और राशि एक बैंक खाते में जमा कराई। फंड लीगलाइजेशन जांच के नाम पर एक अगस्त से 12 अगस्त के दौरान आरटीजीएस से अलग -अलग बैंक अकाउंट में सात ट्रांजेक्शन के जरिए आठ करोड़ पांच लाख 50 हजार ट्रांसफर करवा लिए।

फास्टफूड कंपनी के खाते में जमा हुई राशि

मामले की जांच में सामने आया कि यश बैंक की नारणपुरा शाखा में बालाजी खीरू एंड फास्ट फूड कंपनी के करंट अकाउंट में 80 लाख जमा हुए हैं। कुछ देर में यह राशि अन्य खातों में ट्रांसफर हो गई। कंपनी मालिक पप्पू सिंह था। ऐसे में पप्पू सिंह का पता लगाकर, पूछताछ करने पर आसिफ, विकास की लिप्तता सामने आई। इन्हें भी पकड़ लिया।

अकाउंट के लिए दो फीसदी कमीशन

क्राइम ब्रांच के तहत विकास गेमिंग के पैसों के ट्रांजेक्शन के नाम पर एक करोड़ से ज्यादा की लिमिट वाले बैंक अकाउंट को किराए पर लेता था। झारखंड निवासी एलेक्स मोंटी उसे दो फीसदी कमीशन देता था। विकास ने आसिफ शाह के जरिए पप्पू सिंह के बैंक खाते की डिटेल ली थी।