गांधीनगर. विधानसभा में बजट सत्र के दौरान बुधवार को गुजरात में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) स्थापित किए जाने का मुद्दा उछला। केन्द्र सरकार ने गुजरात को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिए जाने की घोषणा की है, लेकिन इस घोषणा के करीब तीन वर्ष से ज्यादा समय होने पर कांग्रेस से विधायकों ने उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री नितिन पटेल से खूब सवाल किए। इस दौरान नितिन व कांग्रेसी विधायकों के बीच खूब बहस हुई। ज्यादातर कांग्रेसी विधायकों ने
एम्स को राजकोट में स्थापित करने की मांग की वहीं भाजपा के विधायक योगेश पटेल ने इसे वडोदरा में स्थापित करने को कहा।
प्रश्नकाल के दौरान जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट से कांग्रेस विधायक हर्षद रिबडिया ने राज्य में एम्स आरंभ किए जाने को लेकर केन्द्र सरकार से दरख्वास्त के बारे में जानकारी मांगी। इस पर उपमुख्यमंत्री पटेल ने बताया कि केन्द्र के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्य में एम्स आरंभ किए जाने को लेकर उचित स्थल का चयन कर केन्द्र सरकार को दरख्वास्त भेजी थी। यह जानकारी 19 जून 2014 को पत्र से दी गई। इसके बाद राज्य सरकार ने 6 अगस्त 2014 के प त्र से राजकोट या वडोदरा जिला में एम्स आरंभ करने की दरख्वास्त भेजी है जिस संबंध में कार्रवाई जारी है।
रिबडिया ने मंत्री से फिर पूछा कि केन्द्र सरकार को दरख्वास्त किए हुए ढाई से तीन वर्ष का समय हो चुका है, लेकिन अब तक राज्य को एम्स नहीं मिल सका है। यह केन्द्र सरकार की ओर से गुजरात को अन्याय के समान है। अब जब केन्द्र व राज्य दोनों में भाजपा की सरकार है, तब ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में हम सभी विधायकों को केन्द्र सरकार से एक साथ गुहार लगानी चाहिए। गुजरात सरकार को थप्पड़ वाला विज्ञापन आरंभ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र के लोगों को बीमारी के इलाज के लिए अहमदाबाद के सिविल अस्पताल तक आना पड़ता है, इसलिए एम्स की स्थापना राजकोट में करनी चाहिए जिससे सौराष्ट्र के लोगों को आसानी हो। इस पर डिप्टी सीएम नितिन ने कहा कि उचित समय पर राजकोट या वडोदरा में एम्स को लेकर निर्णय लिया जाएगा।
कांग्रेस के सचेतक व आंकलाव से विधायक अमित चावड़ा ने कहा कि एम्स नाम की कैप्सूल भाजपा सरकार के गले में तीन वर्ष से अटकी पड़ी है।
उना से कांग्रेस विधायक पूंजाभाई वंश ने मांग की कि एम्स राजकोट को मिलना चाहिए। उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि यदि केन्द्र सरकार 17 दिनों के भीतर नर्मदा बांध का दरवाजा बंद करने का निर्णय ले सकती है तो राजकोट में एम्स को लेकर क्यों अब तक निर्णय नहीं लिया जा सका। वडोदरा शहर के मांजलपुर से भाजपा के वरिष्ठ विधायक योगेश पटेल ने इस सभी विधायकों के उलट वडोदरा में एम्स की स्थापना की मांग की।