
आणंद. सहकार भारती की ओर से दूध डेयरी का दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शनिवार से शहर के के एनडीडीबी ऑडिटोरियम मे शुरू हुआ।
इस अधिवेशन में प्रदेश के सहकारिता राज्यमंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने कहा कि दुनिया में किसी भी डेयरी ने सहकारिता के क्षेत्र में अमूल डेयरी सरीखी क्रांति नहीं की। विश्वकर्मा ने विभिन्न राज्यों में कृषि और पशुपालन से जुड़े लोगों से कहा कि पशुपालन और दूध उत्पादन को उचित स्तर पर बढ़ाने, इस पर सकारात्मक सुझाव प्रस्तुत कर सहकारी क्षेत्र को और मजबूत करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अमूल डेयरी से 18 दुग्ध संघ, 18,600 दुग्ध समितियां और 36 लाख पशुपालन कार्यकर्ता, 77,000 महिलाएं जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि अमूल गांवों में दुग्ध उत्पादन से जुड़े लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में यह बहुत महत्वपूर्ण माध्यम बन रहा है। इस प्रकार अमूल ने सहकारिता का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।
विश्वकर्मा ने कहा कि प्रदेश के गांवों में लगभग 24 लाख किसानों और पशुपालकों के बैंक खाते सहकारी बैंकों में खोले गए हैं। इसके लिए गांवों में ही माइक्रो एटीएम और बैंक मित्र नियुक्त किए गए हैं। गांवों के किसानों और पशुपालकों को केसीसी कार्ड भी दिए गए हैं।
एनडीडीबी के चेयरमैन मिनेश शाह ने सहकारिता क्षेत्र में अमूल डेयरी की ओर से की गई प्रगति के इतिहास तथा वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उन्होंने डेयरी, मत्स्य पालन, पशुपालन जैसे सहकारिता क्षेत्र में एनडीडीबी की ओर से किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर दीपक चौरसिया तथा अमूल डेयरी के चेयरमैन विपुल पटेल ने भी विचार व्यक्त किए।
Published on:
24 May 2025 10:49 pm
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