
संप्रदायातीत है अणुव्रत आंदोलन : आचार्य महाश्रमण
अहमदाबाद/हिम्मतनगर. अणुव्रत आंदोलन के 75वें वर्ष में प्रवेश पर अणुव्रत अनुशास्ता सह तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण ने साबरकांठा जिले की खेड़ब्रह्मा तहसील के खेरोज गांव में अणुव्रत अमृत महोत्सव शुभारंभ की घोषणा की।
साथ ही उन्होंने अणुव्रत आंदोलन के 75वें वर्ष की एक वर्षीय यात्रा का नामकरण ‘अणुव्रत यात्रा’ के रूप में करने की घोषणा की। आचार्य महाश्रमण ने मंगलवार सुबह बनासकांठा जिले के हडाद गांव से विहार किया। मार्ग में कई स्थानों पर स्थानीय ग्रामीण नतमस्तक हुए।
करीब 7 किलोमीटर की दूरी तय कर आचार्य महाश्रमण साबरकांठा जिले के खेरोज गांव पहुंचे। वहां अणुव्रत से संबंधित कार्यकर्ताओं एवं विद्यार्थियों ने अणुव्रत रैली से अगवानी की। उत्तर बुनियादी उच्चतर माध्यमिक आश्रम शाला में सभा हुई। आचार्य महाश्रमण ने कहा कि अणुव्रत का स्वरूप इतना व्यापक है कि बिना किसी जाति, धर्म व सम्प्रदाय के यह सबको मान्य है। इसकी कोई सीमा नहीं है। अणुव्रत आंदोलन संप्रदायातीत है। बच्चा, जवान व बुजुर्ग भी इसकी अनुपालना कर सकता है।
मुनि महावीर कुमार, साध्वी प्रमुखा विश्रुतविभा, साध्वी संबुद्धयशा, मुनि मनन कुमार ने अपने विचार व्यक्त किए। मुनि दिनेश कुमार ने संचालन किया। अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी के अध्यक्ष अविनाश नाहर ने अणुव्रत आचार संहिता का वाचन किया।
खेड़ब्रह्मा के विधायक तुषार चौधरी, अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक संचय जैन, राजेश सुराणा, कुसुम लुणिया, महामंत्री भीखमचंद सुराणा ने भी विचार व्यक्त किए। अणुव्रत पत्रिका का नवीन अंक, प्रबोधन प्रतियोगिता 2023, ईको फ्रेंडली होली पोस्टर आदि का विमोचन किया गया।
Published on:
21 Feb 2023 10:33 pm
बड़ी खबरें
View Allअहमदाबाद
गुजरात
ट्रेंडिंग
