
छोटा उदेपुर. जिले की पावी जेतपुर तहसील में बारिश के कारण बारावड गांव में नदी उफान पर होने से 15 गांवों के लोग जान जोखिम में डालकर पार करने को मजबूर हो रहे हैं।
बारावड गांव के पास बहने वाली नदी उफान पर होने से बड़ावद, खांडिया कुवा, गादिया, पोलनपुर, वांता, खड़कला आदि 15 से अधिक गांवों का रास्ता अवरुद्ध होने से लोगों को नदी के पानी से निकलना पड़ता है।
बारिश रुकने के बाद पानी कम हुआ, गांव के युवा कतार में खड़े हो गए और अपनी जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने वाले बच्चों और अन्य लोगों को नदी पार कराने में मदद करने लगे।
सुखी डैम के 3 गेट 60 सेमी खोले
पावी जेतपुर तहसीज के सुखी डैम में पानी का प्रवाह बढ़ने के कारण तीसरा गेट भी 60 सेमी खोल दिया गया। 5555.75 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। अधिकारियों ने नदी के किनारे रहने वाले ग्रामीणों को सतर्क कर दिया। पिछले कुछ दिनों से दो गेट 60 सेमी खोलकर करीब 2000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। डैम का जलस्तर बढ़कर 146.06 मीटर हो गया है तथा नियमानुसार 145.50 मीटर का जलस्तर बनाए रखने के लिए तीसरा गेट भी खोला गया।
डायवर्जन बहा, रेलवे ट्रैक का उपयोग कर रहे लोग
पावी जेतपुर तहसील में भारज नदी पर बना डायवर्जन बह जाने के बाद लोग नदी पार करने के लिए रेलवे ट्रैक का इस्तेमाल कर रहे हैं।
नदी के दोनों किनारों पर बसे गांव के लोग अपने वाहन को नदी के किनारे पर ही छोड़कर रेलवे ट्रैक के सहारे एक किलोमीटर पैदल चलकर पुल पार कर रहे हैं। रेलवे ट्रैक पर चलते समय ट्रेन आने पर जान का खतरा भी बना रहता है।
Published on:
26 Jun 2025 10:49 pm
बड़ी खबरें
View Allअहमदाबाद
गुजरात
ट्रेंडिंग
