मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीयता हमारा धर्म है, इसलिए संविधान न केवल हमारा धर्मग्रंथ है, बल्कि यह संविधान हम सभी को अपने नागरिक धर्म का पालन करने का मार्गदर्शन करता है। उन्होंने संविधान को एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना का भी प्रतीक बताया। साथ ही ‘वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को भी संविधान की विशेषता बताया।इस कार्यक्रम में बाबा साहेब अंबेडकर के अमूल्य योगदान के साथ-साथ सरदार वल्लभभाई पटेल, कन्हैयालाल मुंशी जैसे गुजरात के लोगों के योगदान को भी याद किया गया। उन्होंने ‘वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को भी संविधान की विशेषता बताया।