25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Gujarat: पूर्व आईएएस अधिकारी प्रदीप शर्मा एक नए मामले में गिरफ्तार

Ex-IAS officer Pradeep Sharma held in fresh case -सीआईडी क्राइम ने गांधीनगर स्थित आवास से पकड़ा, तीन दिन का रिमांड मंजूर-कच्छ जिले की गांधीधाम तहसील के एक गांव में जमीन आवंटन में गड़बड़ी का है आरोप

2 min read
Google source verification
Gujarat: पूर्व आईएएस अधिकारी प्रदीप शर्मा एक नए मामले में गिरफ्तार

Gujarat: पूर्व आईएएस अधिकारी प्रदीप शर्मा एक नए मामले में गिरफ्तार

भुज/अहमदाबाद. पूर्व आईएएस अधिकारी प्रदीप शर्मा के विरुद्ध एक नया मामला दर्ज किया गया है। जिसमें रविवार को प्रदीप शर्मा को सीआईडी क्राइम की भुज टीम ने गांधीनगर स्थित उनके आवास से उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कच्छ जिले की अदालत में पेश करने पर अदालत ने शर्मा को तीन दिनों के पुलिस रिमांड पर सौंपा है।

1984 बैच के आईएएस अधिकारी रहे प्रदीप शर्मा के विरुद्ध नया मामला चार मार्च 2023 को कच्छ जिले के सीआईडी क्राइम बॉर्डर जोन थाने में दर्ज किया गया है। यह मामला गांधीधाम के मौजूदा तहसीलदार भगीरथ सिंह झाला ने दर्ज कराया है। इसमें शर्मा के अलावा भुज के तत्कालीन निवासी उप कलक्टर फ्रांसिस सुवेरा व तत्कालीन भुज के नगरनियोजक नटू देसाई को भी आरोपी बनाया गया है।

एफआईआर के तहत यह मामला 8 नवंबर 2004 से 3 मई 2005 के दौरान हुआ है। प्रदीप शर्मा दो मई 2003 से तीन जून 2006 तक कच्छ जिला कलक्टर थे। आरोप है कि इस दौरान शर्मा ने गांधीधाम तहसील के चुडवा गांव में जमीन को बहुत की कम दामों पर आवंटित कर दिया। इसमें पद का दुरुपयोग करने और सरकारी दिशा-निर्देशों व आदेशों की गलत तरीके से व्याख्या करने और अन्य अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का आरोप है। गांव की 1 एकड़ से ज्यादा जमीन को कीर्तिकुमार ठक्कर को आवंटित किया गया है। यह जमीन अतिक्रमण वाली न होने के बावजूद भी इसे टेक्निकल अतिक्रमण मानते हुए बाजार कीमत की तुलना में काफी कम कीमत में जमीन का मूल्यांकन करते हुए इसे कीर्तिकुमार की याचिका पर जमीन को उनके नाम पर नियमित कर दिया था। इससे सरकार को आर्थिक नुकसान हुआ।

ज्ञात हो कि प्रदीप शर्मा पर इससे पहले भी कच्छ के कलक्टर रहने के दौरान कई भ्रष्टाचार और घोटाले के आरोप लगे हैं। ईडी की ओर से भी उन्हें गिरफ्तार किया जा चुका है। 2014 में गुजरात एसीबी की ओर से भी शर्मा को भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।