
जीसीआरआइ की नई पहल, 57 को कैंसर के शुरुआती लक्षण, एचपीवी के 21 फीसदी पाॅजिटिव मामले, अहमदाबाद सिविल अस्पताल के एआरटी सेंटर से हुई पहल, एचपीवी डीएनए टेस्ट से सर्वाइकल कैंसर की जांच
अहमदाबाद शहर के सिविल अस्पताल के एआरटी सेंटर से एचआइवी के साथ जी रही महिलाओं के लिए एचपीवी डीएनए टेस्ट के माध्यम से सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।गुजरात कैंसर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (जीसीआरआइ) की इस पहल के तहत अब तक 1367 महिलाओं की जांच की गई, जिनमें से 289 महिलाएं एचपीवी पॉजिटिव पाई गईं। यह दर सामान्य महिलाओं की तुलना में चार गुना से भी अधिक है, जो इस बीमारी की गंभीरता को दर्शाती है।
जीसीआरआइ निदेशक डॉ. शशांक पंड्या ने बताया कि एचआईवी संक्रमित महिलाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण एचपीवी वायरस लंबे समय तक शरीर में सक्रिय रहता है। यही वजह है कि इन महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का खतरा सामान्य महिलाओं की तुलना में कहीं अधिक होता है।शुरुआती अवस्था में कैंसर की पहचान और उपचार से मरीजों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि अब तक की जांच में 94 महिलाओं की कोलपोस्कोपी की गई, जिनमें से 57 में सीआईएन (सर्वाइकल कैंसर की प्रारंभिक अवस्था) की पुष्टि हुई, जबकि एक महिला में कैंसर का निदान हुआ।
जीसीआरआइ के चिकित्सक डॉ. आनंद शाह के अनुसार इस तरह की जांच निजी अस्पतालों में 5,000 से 6,000 में होती है, जबकि जीसीआरआइ में पूरी तरह नि:शुल्क की जा रही है। एआरटी सेंटर में आने वाली इन संक्रमित महिलाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता काम होती है ऐसे में इन्हें एचपीवी जैसे वायरस का खतरा आम महिलाओं की तुलना में छह गुना तक बढ़ जाता है। एचपीवी वायरस कैंसर का भी कारण बन सकता है।
अब तक 1367 एचआईवी संक्रमित महिलाओं की जांच की गई। इनमें से 21.14 प्रतिशत (289) महिलाएं एचपीवी पॉजिटिव मिलीं। जीसीआरआई की ओर से इन एचआइवी पीडि़त महिलाओं समेत तीन वर्षों में 17000 से अधिक लोगों की निशुल्क कैंसर स्क्रीनिंग की है।
Published on:
28 Dec 2025 10:05 pm
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