फोरेंसिक, कानूनी, वित्तीय सलाहकार की ली जा रही मददरिश्वत मामलों और आय से अधिक संपत्ति के मामलों में ठोस जांच और अधिक से अधिक सबूत एकत्र करने के लिए कानून, फोरेंसिक एक्सपर्ट, टेक्निकल, राजस्व और वित्तीय सलाहकार नियुक्त किए गए हैं। इस वित्तीय वर्ष में स्पाय कैमरा, वॉयस रिकॉर्डर और अन्य उन्नत उपकरण प्रदान किए गए हैं। लॉजिस्टिक समर्थन के लिए कंप्यूटर और रेडिंग पार्टी की पहचान न हो सके, ऐसे वाहन प्रदान किए गए हैं।
भ्रष्टाचार की शिकायत करने वालों की भी की जा रही देखरेखरिश्वत की शिकायत दर्ज कराने के बाद शिकायतकर्ताओं को संबंधित विभाग व अधिकारी की ओर से परेशान किया जाता था। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए और शिकायतकर्ताओं को संरक्षण देने के लिए जनवरी से एसीबी ने केयरिंग ऑफ एप्लीकेन्ट एंड रिस्पोडिंग इफेक्टिवली (कैयर) प्रोग्राम लागू किया गया है। ब्यूरो के अधिकारी, कर्मचारी हर माह कम से कम एक शिकायतकर्ता से उनके निवास या कार्यस्थल पर जाकर मिलते हैं। परेशानी हो तो उसे दूर करते हैं। अब तक 900 से अधिक शिकायतकर्ताओं से संपर्क किया जा चुका है। जिससे ब्यूरो के प्रति शिकायतकर्ताओं का भी विश्वास बढ़ा है और भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायतों में भी वृद्धि हुई है।
वर्तमान तिमाही में सजा की दर रही 46 फीसदी एसीबी ने दर्ज होने वाले मामलों में आरोपी को दोषी ठहराने के बाद सजा दिलाने पर भी जोर दिया है। इस पर विशेष जोर दिया जा रहा है, जिसके तहत वर्तमान तिमाही में सजा की दर 46 प्रतिशत रही। एक ही दिन में तीन मामलों में सजा भी सुनाई गई।