विधानसभा उपचुनाव में दोनों सीटों पर पार्टी को मिली करारी हार की नैतिक जिम्मे्दारी लेते हुए गुजरात प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने सोमवार को अपना इस्तीफा दे दिया।राज्यसभा सांसद गोहिल ने इस्तीफे को लेकर मीडिया के समक्ष कहा कि दोनों सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणाम भले ही हार के रूप में सामने आए हैं लेकिन उनके कार्यकर्ताओं ने बिना डरे और रुके कड़ा परिश्रम किया। हरेक चुनाव में कार्यकर्ताओं का अच्छा प्रदर्शन रहा है। पिछले 30 वर्षों से कांग्रेस सत्ता से बाहर है फिर भी कांग्रेस के कार्यकर्ता डटकर मुकाबला करते हैं। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के नाते उन्होंने हार की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार की है और इस्तीफा देने का निर्णय किया है। इस्तीफे के संबंध में राष्ट्रीय अध्यक्ष को सूचित कर दिया है।
गोहिल ने कहा कि पार्टी हाईकमान की ओर से जब तक नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की जाती है, तब तक गुजरात प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष पद का कार्य विधायक शैलेष परमार संभालते रहेंगे। परमार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के उप नेता हैं।
गोहिल ने कहा कि वे कांग्रेस के एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने अन्य किसी राजनैतिक पार्टी से जुड़ने से इन्कार करते हुए कहा कि वे पार्टी में रहकर काम करेंगे। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी व पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं की सरहाना करते हुए कहा कि पार्टी ने अब तक जो निर्णय लिए हैं वे बेहतर हैं।
गोहिल ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने संगठन सर्जन अभियान की शुरुआत गुजरात से ही की है। इसके तहत शनिवार को गुजरात के ज्यादातर जिलों और शहरों के नए अध्यक्षों की घोषणा भी अच्छा फैसला है। इसके तहत अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस में ही संभव है कि पुराने जिला अध्यक्षों ने नए जिला अध्यक्षों ने गले मिलकर एक दूसरे का स्वागत किया। यह इस्तीफा उन्होंने ऐसे वक्त दिया जब कांग्रेस आलाकमान ने शनिवार को राज्य के 40 शहर-जिला में नए अध्यक्षों की घोषणा की थी।
Published on:
23 Jun 2025 10:50 pm