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किशन से पहले पोरबंदर के साजन की हत्या की रची गई थी साजिश

Gujarat ATS, Dhandhuka, kishan bharwad, Maulana, Crime -मौलाना अयूब और सब्बीर गए थे पोरबंदर, मौजूद न होने से बचा  

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किशन से पहले पोरबंदर के साजन की हत्या की रची गई थी साजिश

किशन से पहले पोरबंदर के साजन की हत्या की रची गई थी साजिश

अहमदाबाद. जिले के धंधुका शहर में 25 जनवरी की शाम को गोली मारकर की गई किशन बोळिया (भरवाड़) की हत्या मामले में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
आरोपी सब्बीर और जमालपुर के मौलाना अयूब जावरावाला ने इससे पहले मई 2021 में पोरबंदर के रहने वाले साजन ओडेदरा की हत्या की साजिश रची थी। लेकिन वह पोरबंदर में मिला नहीं जिससे बच गया।
यह खुलासा गुजरात एटीएस की ओर से की गई आरोपी सब्बीर और मौलाना अयूब की पूछताछ और जांच में हुआ है।
गुजरात एटीएस के पुलिस अधीक्षक आई.जी.शेख ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि मई 2021 में पोरबंदर के रहने वाले साजन ओडेदरा ने मोहम्मद पैगम्बर को लेकर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उसके विरुद्ध एफआईआर भी हुई थी। वह करीब दो महीने तक जेल में भी रहा था।
किशन से पहले मौलाना अयूब और सब्बीर दोनों ने साजन की हत्या की साजिश रची थी। साजन की रैकी भी की गई थी। दोनों पोरबंदर में उसकी हत्या करने के लिए गए भी थे, लेकिन उस समय साजन पोरबंदर में मिला नहीं जिससे उसकी हत्या नहीं कर पाए।
इन दोनों ही आरोपियों ने इससे पहले और किसकी हत्या की साजिश रची थी या नहीं। और कौन इनके टार्गेट पर था इस की जांच की जा रही है।

‘आपत्तिजनक टिप्पणी की सजा सिर्फ मौत’
गुजरात एटीएस के एसपी आई जी शेख ने बताया कि मौलाना अयूब ने ही आरोपी सब्बीर से कहा था कि ‘मोहम्मद पैगम्बर को लेकर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी करता है, तो उसकी एक ही सजा है मौत’। सब्बीर ने अयूब की इस बात किशन भरवाड़ की हत्या कर दी। मौलाना अयूब और सब्बीर दोनों ही कटटरवादी मानसिकता वाले हैं।

दिल्ली से एक और मौलाना हिरासत में
एटीएस के एसपी आईजी शेख ने बताया कि किशन भरवाड़ की हत्या मामले में दिल्ली से मौलाना कमरगनी उस्मानी को हिरासत में लिया है। उसे अहमदाबाद लाया गया है। किशन की हत्या करने वाला आरोपी सब्बीर और हथियार देने वाला मौलाना अयूब जावरावाला दोनों ही कमरगनी के संपर्क में थे। कमरगनी मूलरूप से उत्तरप्रदेश के बाराबंकी का रहने वाला है। वह दिल्ली में तहरीक फरौगे इस्लाम नाम का एक संगठन चलाता है। जो सेवा कार्यकरने के साथ-साथ इस्लाम व मोहम्मद पैगंबर के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई का भी काम करता है। इस मामले में कमरगनी की लिप्तता, उसकी भूमिका की जांच की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार कमरगनी इस्लाम को लेकर अपनी कट्टरवादी मानसिकता के चलते जाना जाता है। उसे त्रिपुरा में नवंबर 2021 में गिरफ्तार भी किया जा चुका है। वह काफी समय जेल में भी रहा था।

अयूब को हथियार देने वाले अजीम को पकड़ा
शेख ने बताया कि किशन की जिस पिस्तौल से गोली मारकर हत्या की गई। उस पिस्तौल को मौलाना अयूब जावरावाला को राजकोट निवासी अजीम समा ने दिया था। राजकोट शहर के थोराला थाना क्षेत्र में दूधसागर रोड पर रहने वाले अजीम बसीरभाई समा को मिताणा के पास से पकड़ लिया है। अजीम को पकड़ लिया है। पूछताछ जारी है। अजीम ने पिस्तौल के रुपए नहीं लिए होने की बात सामने आ रही है। अजीम ने इस पिस्तौल किसके पास से ली थी उसकी जांच की जा रही है।