Gujarat board will take 12th science board exam 2 times in a year -10वीं में अब दो की जगह तीन विषय की, 12वीं सामान्य संकाय में एक की जगह दो विषय की दे सकेंगे पूरक परीक्षा, -विद्यार्थियों के हित में गुजरात सरकार का अहम निर्णय, एनईपी 2020 के अमल की ओर अग्रसर सरकार
Ahmedabad. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-2020) के प्रावधानों पर अमल करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए गुजरात सरकार ने गुरुवार को 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के संदर्भ में कई अहम निर्णय किए हैं। जिसके तहत 12वीं विज्ञान संकाय के विद्यार्थी मार्च के अलावा जून-जुलाई महीने भी सभी विषयों की बोर्ड परीक्षा दे सकेंगे। वे चाहें तो एक, दो , तीन या जितने विषय की परीक्षा देना चाहें दे सकेंगे। मार्च और जून-जुलाई माह की परीक्षा में से जिस परीक्षा में ज्यादा अंक होंगे उस परिणाम में ध्यानार्थ लिया जाएगा। यानि 12वीं साइंस के विद्यार्थियों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देने का मौका मिलेगा। अभी जुलाई महीेने में पूरक परीक्षा होती है, जिसमें 2 विषय में फेल होने वाले विद्यार्थी दो विषय की ही पूरक परीक्षा दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में शिक्षामंत्री कुबेर डिंडोर, शिक्षा राज्यमंत्री प्रफुल पानसेरिया, मुख्य सचिव राजकुमार व सभी सचिवों की उपस्थिति में आयोजित बैठक में इस निर्णय सहित कई अन्य महत्व के निर्णयों को मंजूरी दी गई है। इन निर्णयों का अमल शैक्षणिक वर्ष 2023-24 से ही किया जाएगा।
10वीं में 3 विषय, 12वीं सामान्य संकाय में दो विषय की होगी पूरक परीक्षा
10वीं की बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थी अब जुलाई महीेने में होने वाली पूरक परीक्षा में दो की जगह तीन विषय की पूरक परीक्षा दे सकेंगे। जबकि 12वीं सामान्य संकाय के विद्यार्थी एक की जगह दो विषय की पूरक परीक्षा दे सकेंगे। यानि मार्च की बोर्ड परीक्षा में 10वीं में तीन विषय, 12वीं सामान्य संकाय में दो विषय में फेल होने वाले विद्यार्थियों को जुलाई महीने में पूरक परीक्षा देकर पास होने का मौका मिलेगा।
10वीं-12वीं सामान्य संकाय में 30 फीसदी होंगे बहुवैकल्पिक प्रश्न
10 वीं और 12वीं सामान्य संकाय की बोर्ड परीक्षा के पेपर में अब 20 की जगह 30 फीसदी बहुवैकल्पिक (हेतुलक्षी) प्रश्न पूछे जाएंगे। यानि विद्यार्थियों को अब 70 फीसदी प्रश्नों का जवाब ही विस्तार से लिखकर देना होगा। 12वीं विज्ञान संकाय में 50 फीसदी एमसीक्यू (ओएमआर- वैकल्पिक प्रश्न) एवं 50 फीसदी विस्तृत प्रश्नों की पद्धति को बरकरार रखा है।
10वीं-12वीं में सभी प्रश्नों में मिलेगा जनरल विकल्प
एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय के तहत 10वीं, 12वीं सामान्य और विज्ञान संकाय के पेपरों में वर्णनात्मक श्रेणी के प्रश्नों में आंतरिक विकल्प की जगह जनरल विकल्प दिया जाएगा। यानि सवाल के अथवा में दिए सवाल की जगह पेपर में दिए गए सवालों में से किन्हीं पांच-सात जितने प्रश्न हल करने हैं उन्हें विद्यार्थी हल कर सकेंगे। इस निर्णय के तहत प्रश्नों के प्रारूप जीएसईबी की ओर से बाद में जारी किए जाएंगे। यह सभी निर्णय 2023-24 से ही लागू होंगे।