गुजरात पुलिस महानिरीक्षक (प्रशासन) गगनदीप गंभीर के नाम से इस बाबत एक पत्र जारी किया गया है। इसके तहत गुजरात पुलिस को गैर हथियारधारी एएसआई के संवर्ग में अनुभवी कर्मचारी मिलें और फीडर कैडर में पदोन्नति के अवसर बढ़ें इस उद्देश्य से गैर हथियारधारी एएसआई वर्ग तीन की सीधी भर्ती को रद्द करने का निर्णय किया गया है। इस संवर्ग के सभी खाली पदों को अब केवल पदोन्नति के जरिए ही भरने की मंजूरी दी गई है।
30 अगस्त तक पदोन्नति देने का निर्देश
इस पत्र में कहा गया है कि राज्य के सभी शहरों, जिला और यूनिटों में कार्यरत हेड कांस्टेबल संवर्ग के कर्मचारियों में से नियमानुसार पदोन्नति के योग्य हेड कांस्टेबलों को 30 अगस्त तक पदोन्नति दी जाए। इस पदोन्नति के चलते रिक्त होने वाले हेड कांस्टेबल के पदों पर भी नियमानुसार कांस्टेबल संवर्ग के कर्मचारियों को हेड कांस्टेबल के पद पर 30 अगस्त तक पदोन्नति देने का निर्देश दिया गया है। इसकी सूचना 31 अगस्त तक डीजीपी कार्यालय को देने का भी निर्देश दिया है। कांग्रेस ने निर्णय पर उठाए सवाल, सरकार को बताया युवा विरोधीगुजरात प्रदेश कांग्रेस ने राज्य सरकार के एएसआई संवर्ग में सीधी भर्ती को रद्द करने के निर्णय पर सवाल उठाए हैं। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता हीरेन बैंकर ने कहा कि भाजपा की नीति हमेशा से ही युवा विरोधी रही है। हेड कांस्टेबलों को पदोन्नति मिलनी चाहिए, लेकिन एएसआई की सीधी भर्ती रद्द किए जाने से रोजगार मिलने की उम्मीद लगाए बैठे युवाओं के सपने एक बार फिर टूटे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय औसत की तुलना में कम पुलिस कर्मचारी हैं ऐसे में भर्ती रद्द करने का निर्णय सरकार ने क्यों किया। राज्य के लोगों की सुरक्षा के साथ ऐसा खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है।