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VIDEO : ‘असफलताओं को सफलता की सीढ़ी के रूप में मानेÓ

IIT-Gandhinagar, alumni, annual function, home comming : आईआईटी-गांधीनगर में 'होमकमिंग 2022'

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गांधीनगर. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान- गांधीनगर (आईआईटीज) ने शुक्रवार को दो दिवसीय पूर्व छात्रों के वार्षिक सम्मेलन ‘होमकमिंग’ के चौथे संस्करण की मेजबानी की। इस कार्यक्रम यादगार रहा, जिसमें स्नातक और स्नाततकोत्तर बैचों के 300 से अधिक आईआईटी-गांधीनगर के पूर्व छात्रों ने गर्व, अपनेपन और पुरानी यादों को ताजा किया। समारोह के पहले दिन, संस्थान ने “युवा पूर्व छात्र उत्कृष्टता पुरस्कार” समारोह का आयोजन किया और अपने चार पूर्व छात्रों को उनके करियर की शुरुआत में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता और सफलता प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया।

आईआईटी-गांधीनगर के निदेशक प्रोफेसर रजत मूना ने युवा पूर्व छात्रों, उत्कृष्टता पुरस्कार विजेताओं और 2020 और 2021 की कक्षा को उनके ग्रैड वॉक पर बधाई दी और कहा कि हमारे पूर्व छात्रों की उपलब्धि हमें उतना ही गौरवान्वित करती है जितना वे इसके बारे में महसूस करते हैं।

मूना ने कहा कि आप अपने करियर और जीवन में व्यस्त हो जाते हैं, लेकिन छोटे-छोटे पलों को संजोना न भूलें। समाज और घर की बेहतरी के लिए काम करें और अपने सपनों का पोषण करना जारी रखें। हमेशा याद रखें कि आईआईटी गांधीनगर हमेशा रहेगा। आपकी प्रत्येक सफलता, चाहे कितनी ही छोटी क्यों न हो, हमारी सफलता है।”

भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) के निदेशक डॉ. अनिल भारद्वाज ने जीवन में जोखिम लेने, असफलताओं को सफलता की सीढ़ी के रूप में लेने के लिए प्रोत्साहित किया। इसरो के कुछ सबसे महत्वपूर्ण अंतरिक्ष अभियानों, जैसे मार्स ऑर्बिटर मिशन पर काम करने के अपने अनुभव को साझा किया। डॉ. भारद्वाज ने हरिवंश राय बच्चन की प्रसिद्ध ‘मधुशाला’ कविता का हवाला देते हुए कहा, “जीवन में अपने लक्ष्यों को निर्धारित करें और पूरे समर्पण, दृढ़ विश्वास और प्रतिबद्धता के साथ इसका पालन करें, और आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे। इस मौके पर पूर्व छात्रों ने भी अपने अनुभव साझा किए।