अहमदाबाद जिले के मांडल स्थित ट्रस्ट संचालित रामानंद अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के चलते 17 मरीजों के रोशनी गंवाने के मामले से सबक लेते हुए गुजरात सरकार ने राज्य भर में मोतियाबिंद के ऑपरेशन करने वाले निजी, सरकारी और ट्रस्ट संचालित अस्पतालों में जरूरी सुविधाओं की जांच करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही रामानंद अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने अहमदाबाद के सिविल अस्पताल परिसर स्थित के के एम एंड जे इंस्टीट्यूट ऑफ ऑप्थेलेमेलॉजी (नेत्र अस्पताल) में मोतियाबिंद के ऑपरेशन में प्रभावित 17 मरीजों से मिलने के बाद यह बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि मांडल की इस घटना की जांच कर रही नौ चिकित्सकों की टीम की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।उधर जिले के मांडल स्थित ट्रस्ट के अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद प्रभावित सभी 17 मरीजों को अहमदाबाद स्थित सिविल कैंपस के एम एंड जे इंस्टीट्यूट ऑफ ऑप्थेलेमेलॉजी (नेत्र अस्पताल) लाया गया। स्वास्थ्य मंत्री पटेल बुधवार को इन मरीजों की कुशलक्षेम पूछने के लिए नेत्र अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाही पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
मंत्री पटेल के मुताबिक मांडल स्थित ट्रस्ट के अस्पताल में पिछले 10 दिनों में मोतियाबिंद के 29 ऑपरेशन हुए। इनमें से 17 लोग प्रभावित हैं। मरीजों में 11 महिला व शेष पुरुष हैं। ऑपरेशन में इस्तेमाल की गईं दवाइयों व अन्य साधनों की जांच की जा रही है। मरीजों को उचित उपचार के साथ-साथ मानवता के नाते उनकी अन्य मदद करने का भी निर्णय किया गया है। सभी की हालत स्थिर है।अहमदाबाद और गांधीनगर से पहुंची एक्सपर्ट चिकित्सकों की टीम के निर्णय पर इन सभी मरीजों की अहमदाबाद नेत्र अस्पताल में जांच की जा रही है। हाल में अहमदाबाद के भी कई चिकित्सक मांडल और विरमगाम में इस मामले की तह तक पहुंचने के प्रयास में जुटे हुए हैं। इन चिकित्सकों में कॉर्निया स्पेशलिस्ट और माइक्रोबायलोजिस्ट भी शामिल हैं। प्राथमिक रूप से इस घटना का कारण संक्रमण माना जा रहा है फिर भी स्पष्ट कारण जांच के बाद ही सामने आ सकेंगे।
आंख लाल होने, धुंधला दिखने और सूजन की शिकायत
अहमदाबाद सिविल कैंपस के आंख अस्पताल की निदेशक डॉ. स्वाति रवाणी ने बताया कि जिन मरीजों को मांडल से यहां लाया गया है उन सभी को एक ही तरह की शिकायत है। इनमें आंख लाल होने, कम दिखाई देने, सूजन और खुजली जैसी शिकायतें शामिल है। प्राथमिक रूप से मल्टी इन्फेक्शन की आशंका है। फिलहाल सभी की रोशनी बचाने के जतन किए जा रहे हैं। किसी मरीज की स्थिति बिगड़ी नहीं है, दो मरीजों की स्थिति में सुधार हुआ है।