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जामनगर. जामनगर शहर की जीवन रेखा समान रणजीतसागर बांध बुधवार सुबह छलका । इसी बांध से शहर की जलापूर्ति होती है। बांध के लबालब होने से शहरवासियों की साल भर की पानी की समस्या दूर हो जाएगी। जामनगर शहर के रणजीतसागर बांध से रोजाना 25 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जाती है।
बांध के लबालब होने में 4 फीट पानी कम था। इसके बाद इसे सौनी योजना से भर दिया गया। अभी बांध में साढ़े 27 फीट पानी जमा हो चुका है, जो कि करीब 241 एमसीएफटी है। जो पानी समुद्र में बह जाता था, उसे सौनी योजना के तहत डायवर्ट कर रणजीतसागर बांध में डाला गया है। इसके अलावा जामनगर शहर को पानी आपूर्ति करने वाले आजी-3 और सपडा बांध भी पूरी तरह से भर चुका है। इसकी वजह से जामनगर शहर में 31 दिसंबर, 2023 तक पानी की चिंता दूर हो गई है। जामनगर जिले के रणजीतसागर, ससोई, उंड-1, रूपावटी, सपडा और रंगमती समेत 7 जलाशय सौनी योजना के तहत भरे जा रहे हैं। 27 अगस्त से लेकर अब तक सभी जलाशयों में पानी भरा जा रहा है। इसके तहत रणजीतसागर बांध में 241 एमसीएफटी, रंगमती बांध में 68 एमसीएफटी, उंड-1 में 285 एमसीएफटी, कंकावटी बांध में 7 एमसीएफटी, सपडा और रूपावटी बांध में 15 एमसीएफटी पानी भरा गया है। वास्तव में यह पानी हर साल समुद्र में जाता था, जिसे रोककर बांधों में डाला जा रहा है।
इन बांधों को भरा गया
साथ ही जामनगर तहसील और लालपुर तहसील के पीपरटोडा, वरणा, जामवणथली, मोटाखडबा, चंद्रागा, लावडिया समेत 15 चेकडैम भी बारिश के दौरान पूरा नहीं भरे थे। इन सभी को पानी से लबालब कर दिया गया है। सौनी योजना के तहत जिले के बांधों को भरने की जिम्मेदारी कार्यपालक इंजीनियर एस एस हरदया, उप कार्यपालक इंजीनियर आर जे अकबरी की देखरेख में किया गया।
Published on:
21 Sept 2022 10:05 pm
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