
Gujarat: जेईई एडवांस 2023 के टॉपर्स ने बताए सफलता के मंत्र
Ahmedabad. जेईई एडवांस 2023 के रविवार को आईआईटी गुवाहाटी की ओर से घोषित परिणाम में अहमदाबाद के तीन विद्यार्थियों ने देश के टॉप 50 में और चार विद्यार्थियों ने टॉप 100 में जगह बनाई है। इन टॉपर्स का कहना है कि जेईई एडवांस की परीक्षा जेईई मैन्स की तुलना में काफी अलग और एडवांस स्तर की होती है। ऐसे में रटने की जगह टॉपिक को पूरी तरह से समझने पर ध्यान देना चाहिए। मॉक टेस्ट इसमें भी मददगार होते हैं। छोटी-छोटी गलतियां भारी पड़ सकती हैं। उन्हें दूर करना चाहिए। एलन इंस्टीट्यूट अहमदाबाद के वाइस प्रेसिडेंट तुषार पारेख ने बताया कि टॉप 100 में गुजरात में उनके यहां के 6 स्टूडेंट्स ने जगह बनाई है।
टॉपिक को समझना है महत्वपूर्णः कौशल
जेईई एडवांस में देश में 360 में से 302 अंक के साथ 44वीं रैंक पाने वाले कौशल विजयवर्गीय ने बताया कि सफलता के लिए कंसेप्ट और टॉपिक को समझने पर जोर देना चाहिए। रटने से काम नहीं चलता है। उन्होंने 50 से 60 मॉक टेस्ट दिए हैं। ये मददगार रहे। हमारी गलतियां बताते हैं। जिन्हें दूर करना चाहिए। मूलरूप से मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा निवासी हाल अहमदाबाद में रहने वाले कौशल आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना चाहते हैं। उनके बड़े भाई अंशुल आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल से बीटेक करने के बाद आईआईटी दिल्ली से कंप्यूटर टेक्नोलॉजी से एमटेक कर रहे हैं। पिता किरणकुमार पंजाब नेशनल बैंक में हैं। मां मधुबाला गृहिणी हैं।
खुद की कमजोरी को पहचानकर दूर करना अहमः हर्षुल
जेईई एडवांस में देश में 302 अंक के साथ 46 रैंक लाने वाले हर्षुल सुथार का कहना है कि एडवांस के प्रश्न कठिन होते हैं। ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट देकर खुद की कमजोरी को पहचानो और ईमानदारी से मेहनत कर उसे दूर करने पर ध्यान दो। लंबे और आउट ऑफ बॉक्स प्रश्न आते ही हैं उसके लिए तैयार रहो। हर्षुल भी आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना चाहते हैं। पिता संजय सुथार अहमदाबाद महानगर पालिका में इंजीनियर हैं। बड़ा भाई देवांश भी कंप्यूटर इंजीनियर है।
टाइम मैनेजमेंट, प्लानिंग के साथ तैयारी जरूरीः कुंज
जेईई एडवांस में देश में 301 अंक के साथ देश में 49वीं रैंक लाने वाले कुंज भेसाणिया बताते हैं कि प्लानिंग बनाकर तैयारी करनी चाहिए। कोचिंग, स्कूल में पढ़ाए गए टॉपिक घर आकर उसी दिन रोज दुबारा पढ़ना चाहिए। बैकलॉक नहीं रखें। मॉक टेस्ट महत्वपूर्ण हैं। इनके जरिए टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान देना जरूरी है। आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना चाहते हैं। पिता चिमनलाल विसावदर के पास एक स्कूल में प्राचार्य हैं।
खुद पर विश्वास से ही सफलताः समर्थ
जेईई एडवांस में 289 अंक के साथ देश में 77वीं रैंक लाने वाले समर्थ पटेल बताते हैं कि हर हाल में खुद पर आत्मविश्वास बनाए रखना चाहिए। किसी भी स्थिति में ध्यान नहीं भटकना चाहिए। पेपर वाले दिन अचानक बारिश होने से उनका ध्यान भटका तो पेपर 1 अच्छा नहीं गया। नहीं तो और अच्छी रैंक आती। वे आईआईटी दिल्ली से कंप्यूटर साइंस करना चाहते हैं। पिता डॉ.भाग्येश पटेल जनरल सर्जन हैं। मां डॉ.पूर्वा भी एमबीबीएस हैं। गणित में शुुरू से रुचि होने के चलते परिवार से इतर इंजीनियर बनने की ठानी थी। परिवार का पूरा सहयोग मिला।
Published on:
18 Jun 2023 10:40 pm
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