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भगवान जगन्नाथ के स्वागत को तैयार ननिहाल, एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु ग्रहण करेंगे प्रसाद

सरसपुर क्षेत्र की 10 से ज्यादा पोल और शेरियों में चल रही है रसोई, त्रिवेदी परिवार भरेगा भात

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Saraspur, Nanihal

अहमदाबाद शहर में शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ नगर भ्रमण पर निकलने वाले हैं। वे अपने भक्तों और श्रद्धालुओं के साथ जगन्नाथ मंदिर से निकलकर ननिहाल सरसपुर पहुंचेंगै। ऐसे में भगवान जगन्नाथ के स्वागत और दर्शन को सरसपुर स्थित ननिहालवासी उत्सुक हैं। विशेषरूप से वासणा निवासी जागृतिबेन त्रिवेदी परिवार उत्सुक है, जो यहां भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बड़े भाई बलदाऊ को भात पहनाएगा। इस परिवार का 8 सालों का इंतजार शुक्रवार को खत्म होगा।भगवान के साथ और दर्शन को पहुंचने वाले एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं को प्रसाद ग्रहण कराने की भी तैयारी कर ली गई है। सरसपुर की 10 से ज्यादा पोल और शेरियों में रसोई घर दो दिन से चल रहे हैं। रसोई की महक से पूरा सरसपुर महक रहा है।

सरसपुर की लगभग सभी पोळ और शेरियों में प्रसाद की व्यवस्था की गई है। एक अनुमान के अनुसार सरसपुर में एक से डेढ़ लाख श्रद्धालुओं के भोजन की व्यवस्था की गई है। रथयात्रा के दिन यहां आने वाले सभी लोगों को भांजे (भानेज) के रूप में देखा जाता है और उसी तरह अतिथि सत्कार किया जाता है।सरसपुर निवासी हर व्यक्ति चाहता है कि रथयात्रा के दिन यहां आने वाले सभी लोग उन्हें स्वागत और प्रसाद ग्रहण कराने का अवसर दें।

सरसपुर में स्वेच्छा से जुटे हैं लोग

सरसपुर के स्थानीय नागरिक प्रसाद तैयार कराने में स्वेच्छा से जुटे हैं। पोलों में दो दिन पहले से रसोई बन रही है। सबसे पहले मिठाइयां तैयार की गईं हैं। पूड़ी और सब्जी सबसे बाद में बनाई जाती है। कुछ जगहों पर मोहन थाल, पूड़ी सब्जी तो कुछ जगहों पर लड्डू, पूड़ी सब्जी के प्रसाद की व्यवस्था है। कई ऐसी जगह हैं जहां फूलवड़ी, बूंदी और पूड़ी सब्जी तैयार की जा रही है। लुहार शेरी में लगभग 15 से 20 हजार लोगों के लिए पूड़ी सब्जी और मोहनथाल बन रहा है। इस संबंध में स्थानीय निवासी ऋषिकेशभाई ने बताया कि यहां पूड़ी, सब्जी और मोहनथाल का प्रसाद बनाया जा रहा है।

कडियावाड़ में खिचड़ी और सब्जी का प्रसाद

कडियावाड़ में खिचड़ी और सब्जी का प्रसाद तैयार किया जा रहा है। यहां की व्यवस्थापक कमेटी के सदस्य दिनेश भाई ने बताया कि पिछले 38 वर्षों से यही प्रसाद तैयार किया जाता है। इस बार भी 13 से 14 हजार लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की जा रही है।इन प्रमुख जगहों पर होती है प्रसाद की व्यवस्था

सरसपुर की लुहार शेरी, कडिय़ावाड़, लीमडापोळ, आंबलीवाड, ठाकोरवास, देसाई की पोल, साळवीवाड, वासणशेरी एवं गांधीपोळ सहित कुछ पोळ में बड़े स्तर पर व्यवस्था की जा रही है।

पहली बार रसोई-प्रसाद स्थलों के मार्ग बने पक्के

सरसपुर में महानगर पालिका ने पहली बार रसोई स्थलों की जगह और मार्ग को आरसीसी मार्ग के रूप में पक्का बनाया है।