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Ahmedabad News : मीन केम्फ (Mein kemph-माइन काम्फ-मेरा संघर्ष)

अहमदाबाद में ८वाँ नेशनल पुस्तक मेला, मीन केम्फ सबसे ज्यादा बिकने वाली पुस्तक

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Ahmedabad News : मीन केम्फ (Mein kemph-माइन काम्फ-मेरा संघर्ष)

Ahmedabad News : मीन केम्फ (Mein kemph-माइन काम्फ-मेरा संघर्ष)

यह दोनों शब्द जर्मन भाषा के हैं और इनका अर्थ है "मेरा संघर्ष"... यह पुस्तक रूप में एदोल्फ हिटलर की आत्मकथा है जो १९२५ में मूलतः जर्मन भाषा में प्रकाशित हुई थी। हिटलर वो जिसने जर्मन नागरिकों को विश्व का श्रेष्ठतम (आर्य) नागरिक घोषित किया। राष्ट्रवाद को व्यक्तिवाद या किसी भी अन्य वाद की तुलना में बहुत ऊपर लेकर गया। और भारतीय परम्परा के स्वास्तिक निशान (आर्यों से सम्बंधित) को अपना पहचान चिन्ह बनाकर विश्व युद्ध लड़े। आज उसकी इस पुस्तक को किस आधार पर लोग पढ़ रहे हैं इस पर शोध की जरुरत है।
इन दिनों अहमदाबाद में ८वाँ नेशनल पुस्तक मेला चल रहा है। इस मेले में यह सबसे ज्यादा बिकने वाली पुस्तक है। लगभग हर स्टॉल पर यह उप्लब्ध है। महात्मा गान्धी की इस धरती पर इस किताब का बड़ी सन्ख्या में बिकना मामूली घटना नहीं है। गान्धी के विचारों पर आधारित 'मेरे सत्य के साथ प्रयोग' बिक रही है लेकिन मीन केम्फ से कम।

अब कुछ और बातें........

१. जेएनयू विवाद इन दिनों फ़िर से सुर्खियों में है लेकिन किसी भी पुस्तक स्टॉल पर मार्क्सवाद की कोई किताब नहीं बिक रही है। यहां तक कि खुद कार्ल मार्क्स की 'दास कैपिटल' भी

२. एक पुस्तक और है जो इजरायल की गुप्तचर संस्था मोसाद पर आधारित है। इसके प्रति भी खूब क्रेज है। यह दुनिया की सबसे खतरनाक गुप्तचर संस्थाओं में गिनी जाती है

३. ब्राजिलियन लेखक पाउलो कोएल्हो बेहद लोकप्रिय हैं। उनकी लिखी पुस्तकें अल्केमिस्ट और दी जाहिर लगभग हर युवा हाथ में दिखाई देती हैं

४. पुस्तक मेले में बुजुर्गों, प्रौढ़ और अधेड़ों की तुलना में १७-१८ से २५-२६ वर्षीय युवा ज्यादा दिख रहे हैं

५. पिछले कुछ वर्षों में युवाओं के पसंदीदा लेखक चेतन भगत अब बहुत कम पढ़े जा रहे हैं

६. युवा इन दिनों शिव, राम और कृष्ण से जुड़ी किताबों में खासी रुचि दिखा रहे हैं खासकर उन में जो अन्ग्रेजी भाषा में आधुनिक लेखकों ने लिखी हैं

८. कैसे हो कामयाब, सफलता आपके द्वार, जीवन मुट्ठी में और कैसे बने अमीर जैसी रिकॉर्ड तोड़ने वाली फर्जी पुस्तकें अब बिल्कुल नहीं बिक रही हैं

९. फिक्शन्स बिल्कुल कम और नॉन फिक्शन्स ज्यादा और आत्मकथाएं खूब पढ़ी जा रही हैं

१०. जिस के प्रति ज्यादा परिवर्तन नहीं हुआ वो है गान्धी और ओशो। उनकी किताबों की खरीद में बहुत उतार चढ़ाव नहीं है

११. सेलिब्रिटी द्वारा लिखी किताबें खूब लोकप्रिय हैं

१२. शेष जिसकी जो रुचि होती है जैसे किसी को परिंदों में तो किसी को इतिहास में तो किसी को धर्म में और किसी को किसी अन्य क्षेत्र में वो उस रुचि के अनुसार किताबें पढ़ रहा है