
अब एनएफएसयू में ड्रग डिटेक्शन डिवाइस से सकेगी ड्रग्स की पहचान
गांधीनगर. अब गांधीनगर नेशनल फोरेंसिक साइसेंज यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू) के अनुसंधान व उत्कृष्टता केन्द्र में अत्याधुनिक ड्रग डिटेक्शन डिवाइस उपलब्ध होगी, जहां से दुनिया के किसी भी देश से भारत में ड्रग्स की घुसपैठ कराने की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। यही नहीं भारतभर से भी ड्रग्स जांच के लिए यहां लाई जाएगी। इस अनुसंधान व उत्कृष्टता केन्द्र का सोमवार को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह उद्घाटन करेंगे। साथ ही यूनिवर्सिटी की अन्य लेब और विशिष्ट सेन्टर का भी निरीक्षण करेंगे। एनएफएसयू के कैम्पस निदेशक प्रोफेसर डॉ. एस.ओ. जुनारे और कार्यकारी रजिस्ट्रार सी.डी. जाड़ेजा ने शनिवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।
उन्होंने यह भी बताया कि ड्रग्स के विश्लेषण के बाद उसकी निश्चित उत्पत्ति का पता लगाया जा सकेगा और उसका पूरा ब्योरा तैयार किया जा सकेगा। इस उत्कृष्टता केन्द्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीयस्तर की कानून-व्यवस्था एजेंसियों को अल्पकालिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिसमें प्रशिक्षित अधिकारियों को प्रमाणपत्र भी प्रदान किए जाएंगे ताकि वे अधिकारी उससे संबंधित जांच के लिए नियुक्ति किए जा सकें।
उन्होंने कहा कि दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बना चुकी इस फोरेंसिंक लेबोरेटरी के जरिए कई जटिल अपराधिक मामले सुलझाए गए हैं। कानून- व्यवस्था से जुड़े दुनियाभर के अलग-अलग देशों से अधिकारी प्रशिक्षण लेने आते है।
'महिलाओं से जुडे अपराधिक मामलों के अन्वेषणÓ पर वच्र्युअल प्रशिक्षण
वहीं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह गांधीनगर स्थित एनएफएसयू में 'महिलाओं से जुडे अपराधिक मामलों के अन्वेषणÓ पर होने वाले वच्र्युअल प्रशिक्षण शिविर में भी शरीक होंगे। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, उप मुख्यमंत्री नीतिन पटेल, गृह राज्यमंत्री प्रदीपसिंह जाड़ेजा, भारत सरकार के गृह सचिव अजय कुमार एवं नेशनल फोरेंसिक साइसेंज यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. जे.एम. व्यास उपस्थित रहेंगे।
Published on:
10 Jul 2021 09:43 pm
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