गांधीनगर के महात्मा मंदिर में शुक्रवार को 1946 करो़ड़ की लागत से 42441 आवासों का गृह प्रवेश, लोकार्पण व शिलान्यास के साथ-साथ गुजरात को 2452 करोड़ के अन्य विकास कार्यों की सौगात सौंपते हुए उन्होंने यह बात कही।
मोदी ने कहा कि भाजपा के लिए देश का विकास ही कमिटमेन्ट है। राष्ट्र निर्माण लगातार चलने वाला महायज्ञ है। वर्ष 2014 के बाद उनकी सरकार ने गरीबों को न सिर्फ पक्की छत दी है, बल्कि परिवार को गरीबी से लड़ने का मजबूत आधार प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के आवासों में माता-बहनों का नाम जोड़े हैं। लखपति माता-बहनें हिन्दुस्तान के हर कोने से मुझे आशीर्वाद देती हैं। मौजूदा समय में प्रधानमंत्री आवास योजना से घर कैसा बनेगा यह दिल्ली या गांधीनगर नहीं बल्कि आवास के लाभार्थी निश्चित करते हैं। पहले लाभार्थियों को मिलने वाली रकम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती थी।
हमारी सरकार न धर्म देखती है न जाति उन्होंने कहा कि आज हमारी सरकार हर अभाव को दूर कर गरीब तक खुद पहुंचने का काम कर रही है। हम योजनाओं के शत प्रतिशत सैचुरेशन का प्रयास कर रहे हैं। सरकार के इस रवैेए ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और भेदभाव समाप्त किया है। मोदी ने कहा कि लाभार्थी तक पहुंचने के लिए हमारी सरकार न धर्म देखती है और न ही जाति देखती है।
फेल हो चुकी नीतियों से देश का भाग्य नहीं बदल सकता मोदी ने पूर्ववती सरकारों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पुरानी नीतियों और फेल हो चुकी नीतियों पर चलते हुए न देश का भाग्य बदल सकता है और न ही देश सफल हो सकता है। पहले की सरकारें किस अप्रोच के साथ काम कर रही थीं, आज हम किस सोच के साथ काम कर रहे हैं, ये समझना बहुत जरूरी है। गरीबों के लिए आवास देने की योजनाएं हमारे देश में लंबे समय से चल रही थीं। लेकिन 10-12 साल पहले के आंकड़े कहते थे कि हमारे गांवों के लगभग 75 प्रतिशत परिवार ऐसे थे, जिनके घर में पक्का शौचालय नहीं था।