23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Somnath Sanskrit Tranning Camp सोमनाथ मंदिर के पुजारी, तीर्थ पुरोहित के परिजन करेंगे संस्कृत में वार्तालाप

Somnath Sanskrit Tranning Camp प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों का देवभाषा संस्कृत के शब्दों से होगा अभिनंदन Somnath Sanskrit Tranning Camp 55 लाभार्थियों ने लिया प्रथम संस्कृत संभाषण प्रशिक्षण शिविर का लाभ

less than 1 minute read
Google source verification
Somnath Sanskrit Tranning Camp  सोमनाथ मंदिर के पुजारी, तीर्थ पुरोहित के परिजन करेंगे संस्कृत में वार्तालाप

Somnath Sanskrit Tranning Camp सोमनाथ मंदिर के पुजारी, तीर्थ पुरोहित के परिजन करेंगे संस्कृत में वार्तालाप

Somnath Sanskrit Tranning Camp प्रभास पाटण. प्रथम ज्योतिर्लिंग First Jyotirling सोमनाथ महादेव मंदिर Somnath Mahadev Mandir के पुजारी Priests , तीर्थ पुरोहित के परिजन संस्कृत में वार्तालाप करेंगे। सोमनाथ मंदिर व सोमनाथ ट्रस्ट Somnath Trust के अन्य मंदिरों में दर्शन के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों का अब देवभाषा संस्कृत के शब्दों से अभिनंदन किया जाएगा।
सोमनाथ ट्रस्ट के सहयोग से सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित शिविर में विश्वविद्यालय के शोध विशेषज्ञों दिलीप त्रिवेदी, रवि रादडिया, सहायक शिक्षक दीप पोपलिया ने प्रशिक्षण दिया। प्रभास पाटण में सोमनाथ यात्री सेवा केंद्र में आयोजित 15 दिवसीय प्रथम संस्कृत संभाषण प्रशिक्षण शिविर में 55 लाभार्थियों ने लाभ लिया।
सोमनाथ ट्रस्ट के ट्रस्टी जे.डी. परमार ने कहा कि संस्कृत भाषा की उत्पत्ति भगवान शिव के डमरू से हुई है। संस्कृत विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार इस अवसर पर दशरथ जादव ने कहा कि दैनिक उपयोग के लिए भी संस्कृत भाषा आसानी से सीखी जा सकती है।
शिविर के समापन के अवसर पर सोमनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी विजय भट्ट ने सोमनाथ मंदिर की दिनचर्या, पुजारी पराग पाठक ने सोमनाथ मंदिर के महात्म्य और प्रागट्य कथा, विशाल जानी ने सोमनाथ मंदिर का परिचय, वैभव पाठक ने संस्कृत व संस्कृति विषय पर विस्तार से जानकारी दी। सोमपुरा ब्रह्म समाज के अध्यक्ष दुष्यंत भट्ट भी समापन समारोह में मौजूद थे।

Somnath Sanskrit Tranning Camp दो शिविर शीघ्र : डॉ. पटेल

संस्कृत विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति डॉ. ललित पटेल ने कहा कि संस्कृत आसान है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही संस्कृत संभाषण के दो शिविर आयोजित किए जाएंगे। स्वैच्छा से संस्कृत भाषा सिखाने व नियमित तौर पर संस्कृत भाषा को उपयोगी बनाने पर शिविर में प्रशिक्षण दिया जाएगा। सोमनाथ व वेरावल को संस्कृत नगर बनाने व स्थानीय लोगों को संस्कृत में वार्तालाप कराने में यह शिविर उपयोगी साबित हो सकेंगे। ट्रस्ट के प्रभारी महा प्रबंधक अजय दुबे ने आभार व्यक्त किया।