16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अहिंसा, संयम व तप रूपी धर्म है सर्वोत्कृष्ट मंगल : आचार्य महाश्रमण

भगवान महावीर के विचारों के संवाहक हैं आचार्य : राज्यपाल भगवान महावीर के विचारों के संवाहक हैं आचार्य : राज्यपाल – रजत शर्मा को आचार्यश्री तुलसी सम्मान गांधीनगर. जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के वर्तमान आचार्य महाश्रमण ने रविवार को कहा कि अहिंसा, संयम व तप रूपी धर्म सर्वोत्कृष्ट मंगल है।कोबा िस्थत प्रेक्षा विश्व भारती में […]

less than 1 minute read
Google source verification

भगवान महावीर के विचारों के संवाहक हैं आचार्य : राज्यपाल

भगवान महावीर के विचारों के संवाहक हैं आचार्य : राज्यपाल - रजत शर्मा को आचार्यश्री तुलसी सम्मान

गांधीनगर. जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के वर्तमान आचार्य महाश्रमण ने रविवार को कहा कि अहिंसा, संयम व तप रूपी धर्म सर्वोत्कृष्ट मंगल है।
कोबा िस्थत प्रेक्षा विश्व भारती में चातुर्मास के दौरान मुख्य प्रवचन कार्यक्रम में नवरात्रि के संदर्भ में आयोजित आध्यात्मिक अनुष्ठान में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी पहुंचे। आचार्य से आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद आध्यात्मिक अनुष्ठान के दौरान भी वे उपस्थित रहे। उन्होंने आचार्य के दर्शन किए, आचार्य ने उन्हें आशीर्वाद देने के साथ ही मंगलपाठ भी सुनाया।
आचार्य के सानिध्य में गुजरात व महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य भी पहुंचे। उन्होंने आचार्य से आशीर्वाद प्राप्त किया। आचार्य महाश्रमण ने कहा कि अहिंसा, संयम और तप जिसके जीवन में है, उसके जीवन में धर्म है और जिसके जीवन में धर्म है, उसके साथ मंगल भी है। उन्होंने सद्भावना, नैतिकता व नशामुक्ति की प्रेरणा प्रदान की।
गुजरात व महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने आचार्य महाश्रमण को भगवान महावीर के विचारों के संवाहक बताया। उन्होंने कहा कि अहिंसा से विपरित जहां हिंसा होती है, वहां दुःख होता है। सत्य एक ऐसा शाश्वत सिद्धांत है जो सुख और निर्भयता ही प्रदान करता है। इसी प्रकार चोरी, ब्रह्मचर्य, संयम और अपरिग्रह शाश्वत नियम है। इस अवसर पर आचार्य तुलसी महाप्रज्ञ विचार मंच की ओर से वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा को आचार्यश्री तुलसी सम्मान प्रदान किया गया। शाम को भारतीय फिल्म अभिनेता संजय दत्त ने आचार्य महाश्रमण के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया।