PM Modi in Kalika Mata Mandir Pavagadh दाहोद. कालिका माता मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेंद्र पटेल ने कहा कि पावागढ़ के इस मंदिर पर दूसरे रोप-वे की भी योजना है। मांची पर पार्किंग स्थल और सुविधाओं का भी विकास होगा। गुजरात पवित्र यात्राधाम विकास बोर्ड की योजना ने इसके लिए 38 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। इस मंदिर मेें हर साल डेढ़ से दो करोड़ दर्शनार्थी आते हैं।
उन्होंने कहा कि दुधिया तालाब के समीप 500 लोगों के भोजन, रात्रि विश्राम की सुविधा विकसित करने की ट्रस्ट की योजना के तहत कार्य शुरू किया गया है। पावागढ़ पहाड़ी के नीचे परिक्रमा के लिए मार्ग भी बनवाया जा रहा है। छासिया तालाब से मंदिर तक 500 सीढियां हैं। यहां तक सीधे पहुंचने के लिए 20-20 यात्रियों की दो लिफ्ट भी शीघ्र लगाने की योजना है। दूसरा रोप-वे शुरू करने की भी योजना है।
पटेल के मुताबिक पर्यावरण को ध्यान में रखकर पावागढ़ पहाड़ी को हरियालीयुक्त बनाने के लिए ट्रस्ट वन विभाग को हर साल 1 करोड़ रुपए के हिसाब से पांच साल में 5 करोड़ रुपए देगा। इसके तहत उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को पावागढ़ पर वन क्षेत्र के विकास के लिए 60 लाख रुपए का चेक व पर्यावरण के संरक्षण के लिए बरगद का पौधा भेंट किया। उन्होंने कहा कि मंदिर के पुन:निर्माण पर खर्च हुए 121 करोड़ रुपए में बोर्ड की ओर से 70 फीसदी सहयोग किया गया है। आर्किटेक्ट जयेश पारेख, सोमपुरा आशीष, धीरेन, विरेंद्र, परेश पटेल की मेहनत, ट्रस्टी मंडल सदस्यों व स्थानीय लोगों के सहयोग व कालिका माता की असीम कृपा से पुन:विकास कार्य पूरा होने पर उन्होंने खुशी जताई।
राज्य सरकार ने किया तीर्थस्थलों का सुनियोजित विकास : सीएम
दाहोद. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने तीर्थस्थलों का सुनियोजित विकास किया है।
उन्होंने पंचमहाल जिले में पावागढ़ पर कालिका माता मंदिर ट्रस्ट व गुजरात पवित्र यात्राधाम विकास बोर्ड के संयुक्त सहयोग से कालिका माता मंदिर के पुन:विकास कार्यों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों शनिवार को लोकार्पण व मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण के अवसर पर यह बात कही।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार श्रद्धालुओं की प्रार्थना और पर्यटन को सुगम बनाने के लिए प्रयासरत है, इसके परिणामस्वरूप गुजरात के तीर्थस्थल भव्य बन रहे हैं। गुजरात की पवित्र भूमि पर अनेक प्रतिष्ठित देवस्थान स्थित हैं, जिसके कारण राज्य में ‘तीर्थयात्रा पर्यटन’ का बड़े पैमाने पर विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की प्रसाद योजना में गुजरात के द्वारका, सोमनाथ और अंबाजी का समावेश होने से इन यात्राधामों के विकास को और अधिक गति मिली है। मुख्यमंत्री ने आस्था के प्रतीक यात्राधामों की सुविधाओं का विवेकपूर्वक उपयोग करने और तीर्थस्थलों को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से निकट स्थित मंदिरों तथा पवित्र स्थलों की साफ-सफाई में योगदान देने की लोगों से अपील की।