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सिविल अस्पताल के तीन चिकित्सक गिरफ्तार

२०१२ में ऑपरेशन के दौरान महिला रोगी के पेट में छूटी थी कैंची, पांच साल बाद दर्द उठने पर चला पता, फिर हुआ ऑपरेशन, उपचार दौरान मौत

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Ahmedabad city police

अहमदाबाद. एशिया के सबसे बड़े हॉस्पिटल के रूप में शुमार सिविल अस्पताल के तत्कालीन तीन चिकित्सकों को शाहीबाग पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तीनों के विरुद्ध तीन दिन पहले ही ऑपरेशन में लापरवाही बरतने के चलते महिला रोगी की मौत हो जाने का मामला दर्ज किया गया है। महिला रोगी की डॉक्टरों के पैनल से किए गए पोस्टमार्टम रिपोर्ट व जांच समिति की रिपोर्ट आने पर प्राथमिकी दर्ज की गई।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में हार्दिक भट्ट, सलिल पाटिल और प्रेरक पटेल शामिल हैं। मृतक महिला जीवीबेन के पति कच्छ जिले की रापर तहसील के भंगेरा गांव निवासी कमाभाई चावडा (४०) ने शुक्रवार को शाहीबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें डॉक्टर हार्दिक भट्ट, सलिल पाटिल और प्रेरक पटेल पर आरोप लगाया था कि तीनों ने उनकी पत्नी जीवीबेन के पेट में गांठ का २९ मार्च २०१२ को ऑपरेशन करने के दौरान गांठ तो निकाल दी लेकिन इस दौरान पेट में कैंची भूल गए। इसका पता पांच साल बाद तब चला जब वापस पेट में दर्द उठा। २९ मार्च २०१७ को जांच कराई गई, जिस दौरान कराए एक्सरे में कैंची दिखाई दी। एक अप्रेल २०१७ को वापस अहमदाबाद सिविल हॉस्पिटल लाया गया। इस दौरान जीवीबेन का ऑपरेशन करके पेट से कैंची बाहर निकाल दी गई। कुछ महीनों बाद तीन सितंबर २०१७ को जीवीबेन की मौत हो गई।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में हार्दिक भट्ट, सलिल पाटिल और प्रेरक पटेल शामिल हैं। मृतक महिला जीवीबेन के पति कच्छ जिले की रापर तहसील के भंगेरा गांव निवासी कमाभाई चावडा (४०) ने शुक्रवार को शाहीबाग थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें डॉक्टर हार्दिक भट्ट, सलिल पाटिल और प्रेरक पटेल पर आरोप लगाया था कि तीनों ने उनकी पत्नी जीवीबेन के पेट में गांठ का २९ मार्च २०१२ को ऑपरेशन करने के दौरान गांठ तो निकाल दी लेकिन इस दौरान पेट में कैंची भूल गए। इसका पता पांच साल बाद तब चला जब वापस पेट में दर्द उठा।