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सौराष्ट्र में पहली बार दिसंबर 1880 में चली थी ट्रेन

गाड़ी बुला रही है, सीटी बजा रही है पूर्व राजवीयों और अंग्रेजों का महत्वपूर्ण रहा योगदान

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सौराष्ट्र में पहली बार दिसंबर 1880 में चली थी ट्रेन

वेरावल जंक्शन।

प्रभास पाटण. गाड़ी बुला रही है, सीटी बजा रही है... यह गाना वर्ष 1974 में बनी हिन्दी फिल्म दोस्त में अभिनेता धर्मेन्द्र पर एक ट्रेन में फिल्माया गया, गायक कलाकार किशोर कुमार और लक्ष्मीकांत प्यारेलाल थे। हालांकि उस फिल्म से करीब 94 वर्ष पहले यानी वर्ष 1880 में 18 दिसंबर को सौराष्ट्र में पहली बार गाड़ी यानी रेलगाड़ी चली थी।
सौराष्ट्र में ट्रेन संचालन में पूर्व राजवीयों और अंग्रेजों का महत्वपूर्ण योगदान था। भारत में पहली बार मुंबई-थाणे के बीच वर्ष 1853 में ट्रेन चलाई गई। उसके बाद सौराष्ट्र में प्रथम ट्रेन लाइन बिछाने का विचार सर रिचार्ड को आया था। उनको गोंडल के पूर्व राजवी सर भगवतसिंह और भावनगर के पूर्व राजवी कृष्णकुमारसिंह का साथ मिला।
इस कारण भावनगर-गोंडल, भावनगर-वढवाण, धोला-धोराजी के बीच कुल 323 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइनें मंजूर की गई। कार्य पूर्ण होने पर तत्कालीन गवर्नर फग्र्यूसन ने उद्घाटन किया। उसके साथ ही सौराष्ट्र में प्रथम ट्रेन पिछली 18 दिसंबर 1880 को चलाई गई। उस समय पूर्व राजवी युग में सौराष्ट्र में ट्राम भी चलाई गई। पूर्व राजवीयों की मेहनत के कारण उस समय 2235 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइनें बिछाई गई।
हिन्दी फिल्मों में रेलगाडिय़ों के अनेक दृश्य और फिल्मी गीतों को पेश किया गया। इनमें फिल्म शोले, दि बर्निंग ट्रेन के अलावा हिल स्टेशन की नेरोगेज ट्रेन फिल्म आराधना में दिखाई गई।

वेरावल और रेलवे

लाइन मीटरगेज मीलशुरुआत

वेरावल-जूनागढ़ 51.1301.02.1889
जूनागढ़-जेतलसर 16.0001.09.1888
वेरावल-तालाला 14.3002.04.1918
तालाला-जांबुर 4.8617.03.1920
जांबुर-प्राचीरोड 7.6413.11.1928
प्राची-जामवाला 0.0518.04.1932
जामवाला-देलवाड़ा 24.2210.01.1935