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हर वर्ष उत्तरायण पर्व पर पतंग की डोर के कारण न सिर्फ मनुष्य बल्कि पशु-पक्षी भी बड़ी संख्या में घायल होते हैं। इस वर्ष उत्तरायण और उसके एक दिन बाद 1962 करुणा एनिमल एंबुलेंस की संख्या में दुगने से अधिक वृद्धि की जाएगी। इस निर्णय से घायल होने वाले पशु-पक्षियों को अधिक से अधिक बचाया जा सकेगा। पिछले कुछ वर्षों में उत्तरायण के इर्द-गिर्द दिनों में घायल हुए पशु-पक्षियों के आधार पर इस बार 78 फीसदी तक की वृद्धि होने होने की आशंका जताई गई है।गुजरात 108 एम्बुलेंस सीओओ जशवंत प्रजापति के अनुसार राज्य सरकार के करुणा अभियान के तहत पशु-पक्षियों को त्वरित सहायता सुनिश्चित करने के लिए 14 और 15 जनवरी के दौरान 1962-करुणा एंबुलेंस की संख्या में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। आम दिनों में राज्य में करुणा एंबुलेंस की संख्या 37 है। उत्तरायण के दो दिनों में एम्बुलेंस की संख्या में 50 की वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। इस तरह इस वर्ष 87 एंबुलेंस इस काम में लगेंगे, ताकि अधिक से अधिक पशु-पक्षियों का तत्काल उपचार किया जा सके।
पिछले कुछ वर्षों के तथ्यों और विश्लेषण के आधार पर देखा जाए तो इस वर्ष 14 जनवरी को पतंग की डोर के चलते राज्य में पशु-पक्षियों की इमरजेंसी के आंकड़े 1,476 तक दर्ज हो सकते हैं। इस वर्ष आम दिनों में इस तरह के औसतन 842 मामले सामने आ रहे हैं। 14 जनवरी को यह 75.28 प्रतिशत तक अधिक हो सकते हैं। 15 जनवरी को इस तरह के मामले 1,495 तक पहुंच सकते हैं जो 77.53 फीसदी अधिक हैं।
14 जनवरी को 685 और 15 जनवरी 487 होने आशंका है। आम दिनों में राज्य में इस तरह के महज 26 मामले ही दर्ज होते हैं। राज्य के 33 जिलों में से अहमदाबाद, अरावली, बनासकांठा, गांधीनगर, महिसागर, नवसारी, पंचमहल, पाटण, राजकोट, साबरकांठा, सूरत और सुरेन्द्रनगर जिलों में इस तरह के मामले ज्यादा सामने आते हैं।
गुजरात इमरेंजी 108 एम्बुलेंस की ओर से नागरिकों से चाइनीज जैसी घातक डोरों उपयोग नहीं करने की अपील की गई है। साथ ही यह भी अनुरोध किया है कि कोई भी पशु-फक्षी के घायल होने पर तत्काल 1962 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया जाना चाहिए।
सामान्य दिनों में राज्य में राज्य में पशु-पक्षियों के घायल होने के औसतन 842 इमरजेंसी मामले सामने आते हैं। अहमदाबाद में इनमें से 86 का औसत है। 14 और 15 जनवरी को अहमदाबाद में क्रमश: 243 और 242 का औसत रह सकता है जो 180 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर्शाता है।गांधीनगर में आमदिनों में 22 के मुकाबले क्रमश: 52 और 60 पशु पक्षियों के घायल होने की आशंका है। राजकोट में 46 की तुलना में 104 और 87 मामले, सूरत में 78 के मुकाबले 127 और 147 तथा वडोदरा में 52 की तुलना में 55 और 68 पशुपक्षियोंके घायल होने की आशंका जताई है।
Published on:
09 Jan 2025 11:25 pm
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