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केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान गुजरात में मूंगफली के खेतों में किसानों से मिले

खेतों में उतरकर मूंगफली की निराई-गुड़ाई की, ड्रोन सहित आधुनिक कृषि यंत्रों का निरीक्षण भी किया अहमदाबाद. जूूनागढ़. केंद्रीय कृषि, किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को गुजरात दौरे के दौरान किसानों से मुलाकात की। वे जूनागढ़ जिले के माणेकवाड़ा गांव में मूंगफली के खेत में गए और किसानों से […]

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खेतों में उतरकर मूंगफली की निराई-गुड़ाई की, ड्रोन सहित आधुनिक कृषि यंत्रों का निरीक्षण भी किया

अहमदाबाद. जूूनागढ़. केंद्रीय कृषि, किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को गुजरात दौरे के दौरान किसानों से मुलाकात की। वे जूनागढ़ जिले के माणेकवाड़ा गांव में मूंगफली के खेत में गए और किसानों से जानकारी लेते हुए उनसे संवाद किया। केंद्रीय मंत्री ने खेत में उतरकर मूंगफली की निराई-गुड़ाई भी की।
किसानों से बातचीत करते हुए चौहान ने मूंगफली की उन्नत किस्मों, बीजों की गुणवत्ता, उपयोग की जा रही खाद और उत्पादन तकनीकों पर चर्चा की। किसानों ने उन्हें मूंगफली की खेती में आने वाली मौसमी चुनौतियों, बाजार मूल्य और सिंचाई से जुड़ी समस्याओं से अवगत कराया।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने विशेष रूप से गुजरात की प्रमुख और उन्नत मूंगफली वैरायटी ‘गिरनार-4’ की विशेषताओं के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। खेत में उपलब्ध ड्रोन और आधुनिक कृषि यंत्रों का भी उन्होंने निरीक्षण किया और उनके प्रभाव और उपयोगिता को लेकर किसानों से प्रतिक्रिया जानी।
चौहान ने किसानों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि देश की खाद्य सुरक्षा में हमारे अन्नदाताओं की भूमिका अमूल्य है। सरकार हर स्तर पर किसानों के साथ है और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।

सोमनाथ मंदिर में किए दर्शन

केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ महादेव मंदिर में दर्शन भी किए।
उन्होंने जलाभिषेक पूजन सामग्री अर्पित कर सोमेश्वर महापूजा की। चौहान ने सम्पूर्ण राष्ट्र के कल्याण, कृषि क्षेत्र के विकास और किसानों के कल्याण की प्रार्थना की। उन्होंने सोमनाथ मंदिर परिसर में स्थित प्राचीन बाण स्तंभ के समक्ष शीश झुकाया। साथ ही कहा कि यह प्राचीन भारतीय ज्ञान और विज्ञान की अखंड दृष्टि का जीवंत प्रमाण है। यह वैज्ञानिक परंपरा में संस्कृति की अटूट आस्था का प्रतीक है।