पुष्कर . रेतीले धोरों में पशुओं की आवक बढऩे के साथ ही रौनक बढऩे लगी है। मैला मैदान ऊंटों व अस्तबल से सजने लगा है। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अजय आरोड़ा के अनुसार शनिवार की शाम तक मेले में कुल 2834 पशु आ चुके है। इनमें राज्य के बाहर से 1153 राज्य के अंदर से 1452 पशु आए है तथा सार्वधिक 1484 ऊंट वशं, 1023 अश्व वंश आए है। जिला प्रशासन की ओर से पशुपालकों व पशुओं के लिए पुख्ता इंतजाम करने के प्रयास जारी है।
अस्तबल में रौनक का इंतजार अजमेर. पुष्कर के अन्तरराष्ट्रीय पशु मेले में रेतीले धोरों में अस्तबल तो तैयार हो गए हैं मगर इनमें अश्ववंश फिलहाल कम पहुंचा है। रेतीले धोरों में बनाए गए अस्थायी अस्तबल में रौनक का इंतजार है।
पुष्कर मेले में हर वर्ष की तरह इस बार व्यापारी एवं पशुपालक घोड़ा-घोड़ी जल्द लेकर नहीं पहुंचे हैं। यही वजह है कि काॢतक मास के षष्ठी तक अश्व वंश 1023 ही पहुंचा है। जबकि यहां राजस्थान सहित पंजाब, महाराष्ट्र व अन्य राज्यों से भी अश्वपालकों व व्यापारियों की ओर से अस्तबल तैयार किए गए हैं, फार्म स्थापित किए गए हैं।