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छीजत में2.5 प्रतिशत की कमी,300 करोड़ रुपए की बचत

अजमेर डिस्कॉम ने हासिल किया 98.30 प्रतिशत लक्ष्यजनवरी से चलाई गई एमडी की मुहिम रंग लाईटीएनडी व एटीसी लॉस में भी आई कमीलॉक डाउन और सरकारी बकाया के बावजूद मिली सफलता

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अजमेर. मार्चmarch के अंतिम दिनों में लॉक डाउन lock down और सरकारी विभागों में 213 करोड़ रुपए की राशि बकाया होने के बावजूद अजमेर विद्युत वितरण निगम ajmer discom ने वित्तीय वर्ष में 98.30 प्रतिशत राजस्व प्राप्ति की शानदार उपलब्धि हासिल की है। निगम ने बिजली चोरी और अन्य कारणों से होने वाली छीजत पर भी लगाम लगाई। छीजत में 2.5 प्रतिशम की कमी reduction हुई है। डिस्कॉम को इससे करीब 300 करोड़ crores रुपए की savings बचत होगी। अजमेर विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक वी.एस.भाटी ने इस उपलब्धि के लिए डिस्कॉम के सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को बधाई दी है। उन्होंने बताया कि डिस्कॉम ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में विषम परिस्थितियों के बावजूद लक्ष्यों की प्राप्ति की है। निगम ने वर्ष 2019-20 के दौरान राजस्व निर्धारण लक्ष्य 13044 करोड़ रुपए में से 12821.63 करोड प्राप्त किए। राजस्व वसूली 98.30 प्रतिशत रही। भाटी ने कहा कि जनवरी से ही निगम ने 100 से अधिक अधिकारियों को नोडल बनाया गया था। निगम के कर्मचारियों ने वर्ष के अंत में उपजी भयानक महामारी कोरोना वायरस के बावजूद भी विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से बनाये रखने में अपना योगदान दिया।
सरकारी विभागों ने नहीं चुकाया बकाया

वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल बकाया 229.17 करोड में से 213.76 करोड़ सरकारी विभागों का ही बकाया रहा। अगर यह राशि भी वसूल कर ली जाती तो निगम लगभग 100 प्रतिशत की राजस्व वसूली कर लेता।
छीजत में आई कमी
निगम की वित्तीय वर्ष 2019-20 में छीजत (टीएंडडी)15.31 प्रतिशत रही जो की वित्तीय वर्ष 2018-19 की तुलना में 2.50 प्रतिशत कम है। इससे निगम को 300 करोड़ रुपए की बचत होगी। भाटी ने बताया कि सकल तकनीकी एवं वाणिज्यिक हानि (एटीएंडसी) भी 2018-19 की तुलना में 1.61 प्रतिशत घटकर 16.75 प्रतिशत रही।
ऑपरेशन नागौर nagaur सफल, 24.94 करोड़ की बिजली बची

भाटी ने बताया कि सबसे बड़ा चैलेंज बिजली चोरी रोकना था इनमे सबसे बड़ा अभियान नागौर जिले का था जहां बिजली चोरी,छीजत और बकाया के मामले सबसे अधिक थे। यहां बिजली छीजत में 6 प्रतिशत की कमी लाते हुए उपलब्धी हासिल की गई। इसके लिए अभियान चलाकर ड्रॉपिंग रिएक्टर लगाए,फीडर सेपरेशन,लोड बैलेंसिंग सहित अन्य नवाचार किए। नागौर की छीजत पिछले वर्ष की तुलना में 6.19 प्रतिशत कम हुई तथा पिछले वर्ष की तुलना में 24.94 करोड़ यूनिट बिजली बचाई गई।

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