जलदाय विभाग की आपूर्ति पर निर्भर नहीं रहेगा मैदान“वन्दे गंगा अभियान”
अजमेर.प्रदेश भर में पारंपरिक जल स्रोतों के पुनरुद्धार, सफाई व जल संरक्षण के व्यापक कार्य के तहत अजमेर विकास प्राधिकरण ने भी पहल की है। प्राधिकरण ने चंदवरदाई नगर स्थित खेल मैदान में पारंपरिक जलतंत्र को पुनर्जीवित करने का कार्य शुरू कर दिया है। खेल मैदान में स्थित पुराने कुए की सफाई,उनका गहरीकरण, और नई विद्युत मोटरों लगाई गई है। जल स्रोतों को जोड़ने के लिए नई जल पाइपलाइन नेटवर्क डाला है जिससे क्षेत्र में जल आपूर्ति सशक्त होगी।
प्राधिकरण उपायुक्त सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि प्रथम कड़ी में खेल मैदान से सटे पुराने कुए की सफाई की गई। इसमें मलबा पत्थर आदि निकाले। इसके बाद यहां विद्युत प्रणाली, नए पंप लगाए गए हैं। नई पाइप लाइन व वाल्व बदले गए हैं। आने वाले समय में खेल मैदान का रखरखाव इसी कुए से किया जाएगा। अब तक जलदाय विभाग की आपूर्ति पर निर्भरता थी।
पारंपरिक जल प्रणाली से होंगे आत्मनिर्भर
नई प्रणाली शुरू होने के बाद जल संरक्षण की दिशा में एक सराहनीय पहल है। स्थानीय स्तर पर पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा। इससे पहले यह क्षेत्र केवल जन स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की जलापूर्ति पर निर्भर था, परंतु अब स्थानीय पारंपरिक जल स्रोतों को क्रियाशील कर यह क्षेत्र स्वावलंबी जल आपूर्ति प्रणाली के रूप में विकसित किया जाएगा।
30 लाख रुपए से अधिक राशि खर्च होगी
इस कार्य पर प्राधिकरण करीब ₹30.40 लाख की राशि खर्च करेगा। इसके लिए कार्यादेश फरवरी माह में जारी किया गया था। वर्तमान में लगभग 50 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
पारंपरिक जल स्त्रोतों को सुधारना उददेश्य
प्राधिकरण उपायुक्त सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुरूप क्षेत्रीय जल संसाधनों के संरक्षण, भूजल स्तर सुधार और महत्त्वपूर्ण कदम है। अजमेर विकास प्राधिकरण जल-जागरूकता एवं स्थानीय जल स्रोतों की पुनर्बहाली के लिए अन्य कई कार्य करने की भी योजना बनाएगा।
Published on:
15 Jun 2025 09:52 pm