28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Ajmer: जायरीनों के लिए कायड़ विश्राम स्थली में बस गई टेंट सिटी, देखें अजमेर 813th Urs की ड्रोन तस्वीरें

जायरीनों के लिए कायड़ विश्राम स्थली में लगे टेंटों से ऐसे लगा मानों एक छोटा गांव वहां बस गया हो।

2 min read
Google source verification
Kayad Rest House

सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह सदियों से देश-दुनिया को सूफियत का पैगाम दे रही है।

Kayad Rest House

रियासतकाल में जहां राजा-महाराजाओं ने हाजिरी दी, वहीं वर्तमान में नेता-अभिनेता और बड़ी संख्या में जायरीन जियारत के लिए पहुंच रहे हैं।

Kayad Rest House

चादरें और गुलाब के फूल पेश कर मन्नतें मांगते हैं।

Kayad Rest House

यों तो सालभर जायरीन की आवाजाही होती है, लेकिन सालाना उर्स में शामिल होने के लिए हर जायरीन ख्वाहिशमंद रहते हैं।

Kayad Rest House

आम दिनों में 1100 से 1500 किलो गुलाब चढ़ता है। सालाना उर्स में करीब 5 हजार किलो लाल गुलाब चढ़ रहा है।

Kayad Rest House

ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती 1143-1233 ईस्वी में अजमेर आए थे

Kayaad Rest House

जायरीनों के लिए कायड़ विश्राम स्थली में लगे टेंटों से ऐसे लगा मानों एक सिटी बस गई हो।