गत 2 मार्च 2023 को एक एफडीआर की राशि प्राप्त किए जाने के लिए मूल एफडीआर बैंक को मिली। उसमें 45 लाख 12 हजार 116 रुपए तत्कालीन शाखा प्रबन्धक संदीप ने मूल एफडीआर के बिना 22 जून 2020 को एचडीएफसी बैंक के अपने खाते में ट्रांसफर कर दिए। फिर 2 अगस्त 2021 को 6 लाख 63 हजार 847 रुपए उसी खाते में ट्रांसफर कर दिए। शेष रकम को अपने आईसीआईसीआई व बड़ोदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के खाते में ट्रांसफर कर दी। इस तरह से एक करोड़ 50 लाख 7 हजार 118 रुपए अपने खाते में ट्रांसफर किए।
भरीया ने बैंक कर्मचारी शैलेन्द्रसिंह, संगीता, राहुल सोनी की आईडी का फर्जी तरीके से इस्तेमाल किया। भरीया ने बैंक और अधिकारियों के साथ भी धोखाधड़ी व जालसाजीपूर्वक रकम अपने खाते में ट्रांसफर की।