अध्यक्ष पद एनएसयूआई की अनुप्रिया चौधरी ने तीन मत से एबीवीपी के पुष्पेन्द्र साहू को शिकस्त दी। चुनाव के दौरान कथित रुप से धांधली का आरोप लगाते हुए एबीवीपी के कार्यकर्ता व पदाधिकारी महाविद्यालय पहुंचे। यहां पर कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
चुनाव में धांधली किए जाने एवं महाविद्यालय में छात्रों से संबंधित डाटा विपक्षी प्रत्याशियों को उपलब्ध करवाने का आरोप लगाया। इससे माहौल गरमा गया। इसके बाद विधायक शंकरसिंह रावत, एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी पुष्पेन्द्र साहू के साथ महाविद्यालय प्रशासन के साथ वार्ता हुई। इसमें एक बार शपथ दिलाने के बाद आपति है तो न्यायालय के जरिए ही कार्रवाई कर सकते है। ऐसे में मतपेटियों को सील कर दिया।
इस पर प्राचार्य, मुख्य चुनाव अधिकारी व अध्यक्ष पद पर हारे हुए प्रत्याशी के हस्ताक्षर करवाए। इसके बाद विरोध कर रहे कार्यकर्ता शांत हुए। इस दौरान भाजपा मंडल अध्यक्ष जयकिशन बल्दुआ, उपसभापति सुनिल मूंदड़ा, सुनिल कौशिक, पार्षद सुभाष राठी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व पार्षद नरेश कनोजिया, विरेन्द्रसिंह, अजय फुलवारी, तुलसी रंगवाला, पूर्व सरपंच जगदीशसिंह सहित अन्य उपस्थित रहे।
वार्ता के दौरान शहर थानाधिकारी रमेन्द्रसिंह भी मौजूद रहे। धरने व विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस उपअधीक्षक हीरालाल सैनी, तहसीलदार दिनेश शर्मा सहित अन्य भी उपस्थित रहे। 57 मत हुए खारिज
अध्यक्ष पद पर 57 मत खारिज हुए। एबीवीपी के प्रत्याशियों का आरोप था कि महाविद्यालय में सभी शिक्षित मतदाता है। इतनी बड़ी संख्या में मत खारिज नहीं हो सकते है। इसके अलावा एक मतदान कक्ष के ही सबसे अधिक मत के खारिज होने पर भी असंतोष जताया। इसके अलावा एक संविदा कर्मचारी की चुनाव में डयूटी लगाने सहित अन्य आरोप भी लगाए।
इनका कहना है
चुनाव निष्पक्ष करवाए गए है। प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शिता बरती गई है। एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी की ओर से आपति दर्ज करवाई गई। मतपेटियों को उनके समक्ष ही सीज कर लॉक में रखवा दी है।
-पुखराज देपाल, प्राचार्य, सनातन धर्म राजकीय महाविद्यालय