सात दिन की बारिश में ही आधे भर गए बांध
प्रदेश में देरी से ही सक्रिय हुए मानसून ने रीते बांधों को सप्ताह भर में ही तर कर दिया है। बीते सात दिन की बारिश से ही प्रदेश के बांध अपनी कुल भराव क्षमता के आधे भर चुके हैं। जबकि बीते साल 4 अगस्त के मुकाबले इस बार बांधों में पानी की आवक 9 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है। बुधवार को प्रदेश में ज्यादा या कम भराव क्षमता के 26 बांध पानी की अच्छी आवक होने से लबालब हो गए। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बारिश का दौर भले ही थमा गया है लेकिन अब भी पानी की आवक जारी है।
ज्यादा और कम भराव क्षमता के 272 बांध जल संसाधन विभाग के अनुसार प्रदेश के ज्यादा और कम भराव क्षमता के 272 बांध हैं। इनकी कुल भराव क्षमता 12626.32 मिलियन क्यूबिक मीटर है। बीते सात दिन में बांधों में 6300 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी आवक हुई है और बांधों में पानी आधी भराव क्षमता 6241.59 मिलियन क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया है। जबकि बीते 20 जून को प्रदेश के बांधों में कुल भराव क्षमता के 4318.25 मिलिय क्यूबिक मीटर पानी था कुल भराव क्षमता का 34.20 प्रतिशत था। 4 अगस्त को प्रदेश के बांधों में कुल भराव क्षमता के 49.43 प्रतिशत पानी है। बीते 12 घंटे के दौरान प्रदेश के बांधों में 444.18 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी की आवक हुई।
एक दिन में ही लबालब हुए 26 बांध
झमाझम बारिश के बाद बांधों में तेजी से पानी की आवक शुरू हो गई है। 3 अगस्त को प्रदेश के 727 बांधों में से पूर्ण भरे हुए बांध 57 थे। 4 अगस्त को इन पूर्ण भरे बांधों की संख्या 81 हो गई यानी एक दिन में ही 26 बांध लबालब हो गए। 20 जून को जहां प्रदेश में 537 बांध रिक्त थे वहीं अब 4 अगस्त को इनकी संख्या 287 ही रह गई है।
झमाझम बारिश के बाद बांधों में तेजी से पानी की आवक शुरू हो गई है। 3 अगस्त को प्रदेश के 727 बांधों में से पूर्ण भरे हुए बांध 57 थे। 4 अगस्त को इन पूर्ण भरे बांधों की संख्या 81 हो गई यानी एक दिन में ही 26 बांध लबालब हो गए। 20 जून को जहां प्रदेश में 537 बांध रिक्त थे वहीं अब 4 अगस्त को इनकी संख्या 287 ही रह गई है।