विधायक शंकर सिंह रावत के पुत्र, ग्राम पंचायत प्रशासक, पूर्व पार्षद सहित अन्य के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया है।
अजमेर जिले के ब्यावर में भीम थाना क्षेत्र के ग्राम मकना पीथा का बाडिया में जमीनी विवाद को लेकर विधायक शंकर सिंह रावत के पुत्र, ग्राम पंचायत प्रशासक, पूर्व पार्षद सहित अन्य के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया है। इसमें आरोप है कि उन्होंने जमीन विवाद को लेकर मारपीट की एवं महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया।
इस घटना की सोशल मीडिया पर एक क्लिप भी वायरल हो रही है। इस मामले में दूसरे पक्ष का कहना है कि बदनाम करने के लिए राजनीतिक षड्यंत्र के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भीम थाना पुलिस को दी शिकायत में मकना पीथा का बाडिया निवासी नारायणसिंह ने बताया कि सरकारी योजना के तहत मां धापू देवी को पांच बीघा जमीन वर्ष 1986 में आवंटित हुई थी। उक्त आवंटित जमीन पर वर्ष 2007 से मकान निर्माण कर स्थायी रूप में निवास कर रहे हैं।
21 जून को बलवीर सिंह पुत्र शंकर सिंह ने 20-25 लोगों के साथ आकर परिवार के साथ मारपीट की। महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की की। यह सब चार-पांच कार में सवार होकर आए थे। इन गाडियों में बामनहेडा प्रशासक महिपाल, पूर्व पार्षद शिवराज सिंह, राजेश मेवाडा, राम सिंह व नरसिंह रावत, करण रावत , विरेन्द्र सिह, अजय फुलवारी व अन्य शामिल थे। पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।
विधायक शंकर सिंह रावत का कहना है कि पुत्र बलवीर सिंह ने करीब 15 साल पहले जमीन खरीदी थी। जमीन के सारे कागज बलवीर के नाम पर है। जमाबंदी बलवीर के नाम पर दर्ज है। इस जमीन पर उन्होंने कब्जा कर रखा है। सीमाज्ञान को लेकर उपखंड कार्यालय में आवेदन किया। इसका सीमा ज्ञान करवाया गया। इसके बाद पत्थरगढी के आदेश हुए। इस जमीन पर चारदीवारी के निर्माण के लिए गए तो मजदूरों ने भगा दिया। इसकी शिकायत भीम थाना पुलिस को दी। राजनीतिक षडयंत्र के चलते प्रकरण दर्ज करवाया है। जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी।