
भूपेन्द्र सिंह
अजमेर. अजमेर विद्युत विरतण निगम ने गर्मी बढऩे के साथ ही बढ़ती छीजत को कम करने व राजस्व में बढ़ोतरी के लिए तैयारी शुरु कर दी है। इसके लिए पिछले वित्तीय वर्ष में छीजत बढ़ाने व राजस्व वसूली में ढीले रहे अधिकारियों पर सख्ती की जा रही है। छीजत (टीएंडी लॉस) बढ़ाने वाले 12 तथा राजस्व वसूली घटने पर निगम के 48 अभियंताओं को भी चार्जशीट जारी की है। राजस्व में बढ़ोतरी व छीजत में कमी लाने के लिए निगम मुख्यालय से लगाए गए नोडल अधिकारियों में से खराब प्रदर्शन करने वालो ंको भी आरोप-पत्र दिए गए हैं। उधर, निगम ने सराहनीय कार्य के लिए 88 अभियंताओं व लेखाधिकारियों को पहली बार प्रशंसा पत्र भी दिए हैं।
छीजत बढऩे पर इन्हें मिली चार्जशीट
निगम की मौजूदा छीजत 13.7 प्रतिशत से अधिकवाले जिलों के अधीक्षण अभियंताओं सहित 12 को चार्जशीट दी गई है। निगम के नागौर, झुंझुनूं तथा बांसवाड़ा जिले के अधीक्षण अभिंयता तथा लेखाधिकारी को छीजत बढऩे पर चार्जशीट दी गई है। इसी तरह नागौर जिले के अधिशाषी व सहायक अभियंताओं को चार्जशीट थमाई गई।
छीजत घटने पर इन्हें मिली तारीफ
निगम के प्रबन्ध निदेशक ने छीजत घटाने वाले 11 जिलों के 8 अभियंताओं व लेखाधिकारियों को प्रशंसा पत्र भी सौंपे है। इनमें अजमेर जिला वृत, डंूगरपुर व प्रतापगढ़ के अधीक्षण अभियंता तथा लेखाधिकारियों सहित अन्य शामिल हैं।
राजस्व घटने पर इन्हें चार्जशीट
राजस्व वसूली में कमी आने पर 48 अभियंताओं व लेखाधिकारियों को चार्जशीट दी गई है। इनमें अजमेर जोन के मुख्य अभियंता व वरिष्ठ लेखाधिकारी अजमेर जोन, अजमेर सिटी सर्किल के अधीक्षण अभियंता शीशराम वर्मा व लेखाधिकारी को चार्जशीट दी गई है। नागौर के अधीक्षण अभियंता आर.बी.सिंह व बांसवाड़ा के अधीक्षण अभियंता व लेखाधिकारियों को चार्जशीट दी गई है।
राजस्व बढऩे पर इन्हें प्रशंसा पत्र
निगम ने राजस्व वसूली में बढ़ोतरी पर 60 अभियंताओं व राजस्व अधिकारियों को प्रसंशा पत्र दिया है। इनमें उदयपुर व झुंझुनू संभाग के संभागीय मुख्य अभियंता तथा वरिष्ठ लेखाधिकारी को राजस्व बढ़ोतरी पर सम्मानित किया गया है। अजमेर जिला वृत, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़, उदयपुर, राजसमन्द, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ ,सीकर व झुंझुनू के अधीक्षण अभियंता व लेखाधिकारियों को राजस्व बढ़ोतरी पर निगम के प्रबन्ध निदेशक को प्रशंसा पत्र दिया गया है।
मई में गिरा राजस्व
डिस्कॉम को मई के महीने में 1200 करोड़ रूपए का राजस्व मिलना था लेकिन करोना व लॉक डाउन के कारण अब तक केवल 457 करोड़ रूपए का राजस्व हासिल हुआ है। केवल औद्योगिक श्रेणी में ही 95 फीसदी राजस्व मिला है। घरेलू, वाणिज्यिक तथा कृषि क्षेत्र से राजस्व वसूली बेहद मामूली है। कोरोना के चलते निगम ने इस श्रेणी में औसत बिल जारी किए हैं। करोना के चलते 31 मई तक कनेक्शन काटने पर भी रोक है।
इनका कहना है
लक्ष्य के अनुसार सभी को विद्युत छीजत में कमी लानी होगी, इसी के अनुसार राजस्व भी बढ़ाना होगा। जिन्होनें लक्ष्य हासिल नहीं किए उन्हें चार्जशीट दी गई है। पहली बार सहायक अभियंता स्तर के अधिकारियों तक प्रशंसा पत्र भी दिए गए हैं।
वी.एस.भाटी, एमडी अजमेर डिस्कॉम
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Published on:
30 May 2021 07:30 pm
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