Post Vacant: बढ़ेगी जुलाई में मुसीबत, 900 स्टूडेंट्स को पढ़ाएंगे 16 शिक्षक
अजमेर में कोरोना लॉकडाउन, प्लीज नहीं आएं आप यहां… कोरोना वायरस का एकमात्र उपाय सोशल डिस्टेंसिंग हैं। खासतौर पर जब भारत सहित दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन हो तो सरकार के साथ लोगों पर जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाती है। लॉकडाउन की कामयाबी भी आम लोगों की जागरुकता से ही संभव है। पिछले 22 दिन से अजमेर में भी लोगों ने ‘अपनी सुरक्षा अपने हाथ ’ को मंत्र मान लिया है। लोग छोटे-छोटे प्रयासों से कॉलोनी-मोहल्लों की सुरक्षा में जुटे हैं। ताकि कोरोना वायरस संक्रमण नहीं फैले।संकट में अजमेर के पशुपालक मदर डेयरी ने 10 रुपए घटाया दूध का खरीद मूल्य
अजमेर में लोगों ने किए ये उपाय-नया बाजार-शिव बाग जाने वाले रास्ते पर लोगों ने बल्लियों से रास्ते को बंद कर दिया है। बाकायदा यहां एक बोर्ड पर लिखा है लॉकडाउन…यहां आना मना है।
-वैशाली नगर-शांतिपुरा में कई प्रोविजन स्टोर पर काउन्टर के आगे दुकानदार रस्सी-तार बांधकर करा रहे हैं सोशल डिस्टेसिंग की पालना
-पेट्रोल पम्प पर एक-एक मीटर पर गोले बनाकर वाहनों को किया जा रहा दूर-दूर खड़ा। बारी आने पर दिया जा रहा है पैट्रोल
-अजमेर के चारों थाना क्षेत्र के कफ्र्यू ग्रस्त इलाकों में दूधिए ई-बाइक-रिक्शा से कर रहे हैं घर-घर दूध सप्लाई।
-नया बाजार, पुरानी मंडी सोलहथम्बा इलाके में ऊपरी मंजिलों पर लोगों ने धागे बांधकर लटका रखे हैं थैले। ठेले से सामान खरीदने और भुगतान भी इनके माध्यम से।
-जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के निकट मेडिकल की दुकानों से सामने बाइक और बॉक्स रखकर कराई जा रही है सोशल डिस्टेसिंग की पालना।