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सीटीएल घोटाला: अतिरिक्त मुख्य अभियंता ने शुरू की जांच दर्ज किए बयान

घोटाले की हुई पुष्टि अजमेर डिस्कॉम

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अजमेर. अजमेर विद्युत वितरण निगम की सेंट्रल टेस्टिंग लैब (सीटीएल) में ट्रांसफार्मर का सैम्पल बदलकर उसे पास करने का मामला उजागर होने की जांच मंगलवार को शुरु हो गई। बिजली कम्पनियों के सीएमडी दिनेश कुमार के निर्देश पर निगम के एमडी वी.एस.भाटी ने मामले की जांच अतिरिक्त मुख्य अभियंता (मुख्यालय) एम.एसी.बाल्दी को सौंपी है। बाल्दी ने सीटीएल लैब का निरीक्षण कर जेईएन व अन्य कार्मिकों के बयान दर्ज किए तथा रिकॉर्ड की जांच की। मामले में कई अन्य अभिंयाताओं तथा कर्मचारियों की लिप्तता सामने आई है। जांच पड़ताल में ट्रांसफार्मर का सैम्पल बदलने की पुष्टी होने से निगम के अधिकारी भी हैरानी जता रहे हैंं। हालांकि निगम सीटीएल लैब मैटेरियल टेस्टिंग में फर्जीवाड़ा लम्बे समय से चल रहा था। एक्सईएन अशोक शर्मा के अजमेर से बाहर होने के कारण उनके बयान नहीं लिए जा सके। राजस्थान पत्रिका में ट्रांसफार्मर सैम्पल बदलने के लिए एक्सईएन अशोक कुमार को द्वारा किए गए षडयंत्र उजागर होने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।

डीसीओएस को सौंपा सीटीएल का अतिरिक्त चार्ज

एक्सईएन सीटीएल अशोक कुमार शर्मा के निलम्बन के बाद निगम ने एक्सईएन सीटीएल का अतिरिक्त कार्यभार डीसीओए एम.आर.मीणा को सौंपा। गौरतलब है कि शर्मा लम्बे अवकाश के बाद भी अपने पद का अतिरिक्त कार्यभारकिसी अन्य अभियंता को नहीं सौंपा था।

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