
रावण के साथ उसके पुत्र मेघनाद व भाई कुंभकरण के पुतलों का भी दहन हुआ। इस अवसर पर लंका दहन व भव्य आतिशबाजी ने हजारों शहरवासियों का मन मोह लिया। इससे पूर्व राम-रावण का प्रतीकात्मक युद्ध हुआ।
Updated on:
30 Sept 2017 08:56 pm
Published on:
30 Sept 2017 08:52 pm
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