कोई झोंपड़ी में रहता है तो वह अपनी हैसियत के हिसाब से मास्क लगाएगा। शहरी निवासी भला हल्के मास्क को पसंद नहीं करेगा। फिर जब शादी समारोह में शामिल होना हैं तो कपड़ों से मिलान (मैच) करते होना जरूरी है।
शादी समारोह में तो चटक-मटक मास्क आवश्यक दूल्हा-दुल्हन के लिए तो यह और भी जरूरी हो गया है। सूती तो कोई गोटे किनारे व जरीदारी वाले मास्क पहनकर इतरा रहा है तो भला बाराती पीछे क्यों रहने लगा। आजकल तो बच्चे,युवा व बुजुर्ग भी मास्क लगा रहे हैं। घर पर अलग मास्क होगा तो बाजार जाने का अलग। फिर शादी समारोह में तो चटक-मटक मास्क होना आवश्यक है। इसी के चलते आजकल कई डिजायनों व आकर्षक मास्क बचने वालों के मजे हो गए हैं। कई विक्रेता लाखों रुपए के मास्क बनाकर सप्लाई करने लगे हैं। वैसे शादी समारोह में 50 मेहमानों की स्वीकृति है। फिर भी सभी मास्क लागकर आ रहे हैं।
नए रोजगार का सृजन कोविड-19 वायरस संक्रमण से बचाव के तौर तरीके इस बार शादी कार्यक्रम में भी दिखाई दिए हैं। दूल्हा, दुल्हन समेत बारातियों में चटक-मटक मास्क की डिमांड बढ़ गई है। दूल्हा-दुल्हन की डे्रस मैचिंग मास्क समेत बारातियों के भी अलग -अलग डिजाइनों में बने मास्क की इस बार अच्छी बिक्री हुई। वहीं बुटीक कारीगरों के पास भी मास्क बनाने के अच्छे ऑर्डर आए हैं। ऐसे में एक नए रोजगार का जरिया बन गया है।
दूल्हा दुल्हन की मैचिंग ड्रेस के अनुरूप मास्क इस बार सावों में सम्पन्न हुए शादी कार्यक्रमों में दूल्हा दुल्हन की मैचिंग ड्रेस के अनुरूप मास्क तैयार किए गए और इनकी बिक्री भी काफी रही। किशनगढ़ के अक्षय जैन ने बताया कि सावों में दूल्हा और दुल्हन के ड्रेस मैचिंग मास्क की डिमांड रही। साथ ही दोनों पक्षों के बारातियों के बिना डिजाइन (प्लेन) और मोतियों और बुटीक डिजाइन से लडक़े वाले या लडक़ी वाले लिखे मास्क के भी ऑर्डर मिले हैं जो और बिक गए। इसी प्रकार दूल्हे की शेरवानी और सेहरे से मैचिंग और दुल्हन के लहंगे से मैचिंग मास्क तैयार किए जा रहे हैं।
जरदोसी वर्क के बने मास्क अक्षय जैन के मुताबिक जरी, गोटा और कोलकोता की जरदोसी वर्क के मास्क की भी बिक्री काफी हो रही है। इन मास्क की डिमांड केवल कीमती ड्रेसों के साथ है। जबकि सामान्य वर्क या प्लेन मास्क भी बिक्री किए गए हैं। जरदोसी जैसे वर्क वाले मास्क 50 से 500 रुपए कीमत के बिके हैं, जबकि प्लेन मास्क या बारातियों के प्रति मास्क 50 से 60 रुपए बिक रहे हैं।