अजमेर. पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने कहा कि खुफिया तंत्र कभी फेल नहीं होता। खुफिया तंत्र सिर्फ ***** होता है। आवश्यकता है तो पुलिस के सूचना तंत्र को प्रखर और प्रबल बनाने की। यह तभी संभव है जब आमजन से जुड़ाव होगा। तभी सूचनाएं पुलिस तक पहुंचेगी। हमें आमजन के बीच में उपलब्धता सुनिश्चित करनी पड़ेगी। ताकि लोग थाने तक पहुंचकर अपनी बात नि:संकोच और बिना डर के कह सकें।
प्रदेश पुलिस का मुखिया बनने के बाद डीजीपी मिश्रा सोमवार को अपने पहले दौरे पर धार्मिक नगरी अजमेर पहुंचे। यहां दरगाह जियारत की। पुलिस लाइन स्थित सभागार में पुलिस अधिकारियों की बैठक ली। इसके बाद पुष्कर रवाना हो गए। वहां ब्रह्मा मंदिर के दर्शन किए। पुलिस लाइन स्थित सभागार में बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अजमेर का विशेष महत्व है। तीर्थराज पुष्कर के साथ ख्वाजा साहब की दरगाह है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं कभी भी नवाचार के पक्ष में नहीं रहा। परम्परागत पुलिसिंग की कोई काट नहीं है। पुलिस सड़क पर दिखाई देती है तो आमजन आश्वस्त रहता है कि पुलिस है। जरूरत है तो पुलिस की दृश्यता(विजिबिलिटी) बढ़ाने की। मौजूदा दौर में कम्प्यूटर, स्मार्ट फोन का इस्तेमाल बढ़ा है। परम्परागत पुलिसिंग में वही तकनीक इस्तेमाल की जाएगी जो अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाने में सहायक होगी। पुलिस का उद्देश्य अपराधियों में भय पैदा करना है। अपराधी की पहचान कर कानून में दी गई शक्ति का इस्तेमाल करके निरूद्ध कर कार्रवाई करना है। तभी आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा किया जा सकेगा।
ग्रामीणों तक राहत पहुंचाना लक्ष्य
पड़ोसी राज्यों के हार्डकोर अपराधियों की शरणस्थली बनने के सवाल पर डीजीपी मिश्रा ने कहा कि आवागमन के संसाधनों में बढ़ोतरी से अपराधियों की आवाजाही बढ़ी है। हार्डकोर अपराधियों पर निगरानी और धरपकड़ की कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर निगरानी स्मार्ट पुलिसिंग में निगरानी का हिस्सा है लेकिन उनका लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्र में सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करने वाले ग्रामीणों तक राहत पहुंचाना है।उन्होंने पुलिस के आलाधिकारियों से पुलिस की दक्षता बढ़ाने पर जोर दिया।
आईजी-एसपी ने किया स्वागत
इससे पहले पुलिस लाइन स्थित सभागार में पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रेंज रूपिन्दर सिंघ, पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने उनकी अगवानी की। पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ आर्नर दिया। बैठक में हाड़ीरानी बड़ालियन के कमांडेंट प्रदीप मोहन शर्मा, किशनगढ़ पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के कमांडेंट नरेन्द्र सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) विकास सांगवान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण वैभव शर्मा समेत वृत्ताधिकारी मौजूद थे।