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gave software, will work
अजमेर. कोरोना वायरस corona virus के कारण लागू लॉकडाउन lock down अवधि में अजमेर विकास प्राधिकरण ने सबक लिया है। लॉकडाउन खुलने के साथ ही अब प्राधिकरण ने नवाचारों के लिए भी अपने दरवाजे खोल दिए हैं। प्राधिकरण पेपरलेस व ऑनलाइन online कामकाज की तरफ बढ़ रहा है। जल्द ही यहां कार्यालय सहित आम लोगों से जुड़े कामकाज ऑनलाइन ही होंगे। प्राधिकरण इसके लिए डीओआइटी DOIT के सॉफ्टवेयर ‘राजकाज’ का उपयोग करेगा। इसी सॉफ्टवेयर software के जरिए इलेक्ट्रॉनिक विधि से फाइल मूवमेंट होगा। फाइलों की नोटिंग, डाक, शिकायतें सभी स्केन होकर ऑनलाइन ही आएंगी। जवाब भी ऑनलाइन ही दिया जाएगा। इससे काम की समयबद्धता भी तय होगी। हर कर्मचारी की सीट पर कम्प्यूटर लगाया जाएगा। ऑनलाइन कामकाज के लिए कर्मचारियों को अपनी एसएसओ आइडी भी बनानी होगी।
फाइल भेजने पर आएगा ओटीपी
प्राधिकरण में फाइल पर नोटिंग व रिपोर्ट ऑनलाइन ही दर्ज होंगी। फाइल दूसरे सेक्शन में ट्रांसफर करते ही सेंडर के मोबाइल फोन पर ओटीपी आएगा। फाइल किसके पास व कितने दिन से अटकी है, यह भी तुरंत पता चलेगा। फाइल गायब होने की समस्या भी खत्म हो सकेगी।
कर्मचारियों को प्रशिक्षण
प्राधिकरण को ई-ऑफिस बनाने तथा ऑनलाइन कामकाज के लिए प्राधिकरण कर्मचारियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। डीओआइटी से प्रशिक्षण लेने के बाद प्राधिकरण ने नोडल अधिकारी व मास्टर ट्रेनर नियुक्त किए हैं। सभी सेक्शन के कर्मचारियों को एक-एक घंटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
वर्क फ्रॉम होम भी रहा बेमानी
लॉकडाउन के दौरान प्राधिकरण पूरी तरह ठप ही रहा। पेंडेंसी का अम्बार लग गया। सिस्टम ऑन नहीं होने से कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम भी नहीं कर सके। जो कर्मचारी-अधिकारी कन्टेनमेंट जोन में फंस गए वे कार्यालय खुलने के बाद भी नहीं आ सके।
स्मार्ट सिटी लिमिटेड देगी 83 लाख
स्मार्ट सिटी के तहत प्राधिकरण कार्यालय को स्मार्ट बनाने तथा ई-ऑफिस के रूप में विकसित करने के लिए अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने जनवरी 2020 में प्राधिकरण को पत्र भेजा था। इसमें ई-फाइलिंग तथा ऑन लाइन सेवाओं का दायरा बढ़ाने पर जोर था। स्मार्ट सिटी के तहत इसके लिए 83 लाख रुपए खर्च होने हैं। कंपनी के पत्र पर प्राधिकरण ने 25 कम्प्यूटर,11 स्केनर प्रिंटर, 38 यूपीएस व एक बड़ा मॉनिटर लगाए जाने की आवश्यकता बताई थी।
फिलहाल 8 सर्विस ऑनलाइन
अभी तक प्राधिकरण की 8 सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इनमें सामुदायिक केन्द्र, जवाहर रंगमंच की बुकिंग, ई-नीलामी, माई प्लॉट, 90-ए, बिल्डिंग प्लान अप्रूवल, अरबन असेसमेंट, म्यूटेशन व लीज मनी के काम ऑनलाइन हैं।
इनका कहना है
एडीए में पेपरलेस व ऑनलाइन कामकाज होगा। इसे जल्द लागू किया जाएगा। कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सिस्टम ऑनलाइन होने से वर्क फ्रॉम होम भी किया जा सकता है।
गौरव अग्रवाल, कमिशनर,एडीए
Published on:
05 Jun 2020 07:04 am
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